Ghaziabad News:पांच लाख रुपये कर्ज नहीं चुकाने पर दोस्तों में कहासुनी, एक दूसरे को उतारा मौत के घाट
Ghaziabad Crime News: विवेक ने ट्रैक्टर की चाभी ले ली और फिर दोनों में हाथापाई शुरु हो गई. यह देख ब्रिजपाल का भतीजा शुभ अपने पापा को बुलाने के लिए घर की तरफ दौड़ा.
Ghaziabad News: गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम इलाके में बचपन के दो दोस्तों ने पैसे की खातिर एक दूसरे की जान ले ली. पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान सरदारपुर गांव के रहवासी ब्रिजपाल सिंह(48) और दुहाई गांव के रहने वाले विकास सिंह(45) के रूप में हुई है. शहर के एसपी निरुपन अग्रवाल ने कहा ब्रिजपाल के भाई सोनू ने विकास के रिश्तेदारों से कोरोना महामारी के दौरान पांच लाख रुपए का कर्ज लिया था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि विकास के रिश्तेदार उसके कहने पर ये पैसे देने के लिए राजी हुए थे. उन्होंने कहा रविवार को सप्तमी (नवरात्र के सातवें दिन) ब्रिजपाल और उसके परिवार द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया था. जब विकास को इसके बारे में पता चला तो वो अपनी पत्नी के साथ सीधे ब्रिजपाल के घर पहुंचा.
दोनों ने एक दूसरे पर किया कुदाल से हमला
एसपी निरुपन अग्रवाल के मुताबिक उसने ब्रिजपाल से कहा कि उसके पास भंडारा कराने के लिए पैसे हैं पर उसका कर्ज देनें के लिए नहीं. लेकिन ब्रिजपाल और सोनू ने उसे भरोसा दिया कि वो जल्द ही उससे लिया कर्ज लौटा देंगे. इसके बाद करीब 11:30 बजे विकास ब्रिजपाल के खेत पर पहुंचा जहां वो अपने भतीजे शुभ और नौकर रामपाल के साथ काम कर रहा था.
बताया गया कि विवेक ने ट्रैक्टर की चाभी ले ली जिसके बाद दोनों में हाथापाई शुरु हो गई. दोनों को लड़ता देख ब्रिजपाल का भतीजा शुभ अपने पापा को बुलाने के लिए घर की तरफ दौड़ा. इधर दोनों दोस्तों की लड़ाई जारी रही. एसपी ने कहा विकास ने ब्रिजपाल पर कुदाल से हमला कर दिया. उसने कुदाल से ब्रिजपाल के सर पर भी मारा. इसके बाद ब्रिजपाल ने उससे कुदाल छीन ली और हमला कर दिया. इस लड़ाई में दोनों को गंभार चोटें आईं.
इलाके में 50 से ज्यादा पुलिस वाले तैनात
गांववालों से घटना की सूचना मिलन के बाद पुलिस की टीम पहुंची. ब्रिजपाल की मौत हो चुकी थी. विकास सांसे ले रहा था उसे जल्दी पास के अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मौत के बाद उनके परिवार और गांव में तनाव का माहौल है. जिसे देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
मधुबन बापूधाम पुलिस स्टेशन के एसएचओ मुनेश कुमार ने कहा जांच में पता चला है कि विकास के बार बार कहने के बावजूद सोनू उसके पैसे लौटाने में आनाकानी कर रहा था बहाने बना रहा था. दोनों के परिवार एक दूसरे को दशकों से जानते है. दोनों बचपन के दोस्त थे. दोनों की मौत होने के बाद दोनों परिवारों के सदस्यों की बीच लड़ाई हई. उन्होंने कहा हालात अब नियंत्रण में है.
एसएचओ ने कहा हमने इलाके में 50 से ज्यादा पुलिस वालों की तैनाती की है. उन्होंने कहा पुलिस को दोनों परिवारों की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है. हमने वो कुदाल जब्त कर लिया जिससे उन्होंने एक दूसरे पर हमला किया था.