Delhi News: दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने विधानसभा को आज (26 सितंबर) संबोधित किया. केजरीवाल ने इस दौरान कहा कि ''मैं इस्तीफा दे दिया है. जब मैंने इस्तीफा दे दिया तो बीजेपी को कुछ समझ नहीं आया कि क्या करें.'' आप संयोजक केजरीवाल ने कहा कि मेरी जिंदगी में तीन बार ऐसे मौके आए जब मैंने बड़े पदों से इस्तीफा दे दिया लेकिन उस वक्त भी मुझसे किसी ने इस्तीफा नहीं मांगा था.
चुनाव में जनता जवाब देगी- पूर्व सीएम
केजरीवाल ने अपने भाषण में आगे बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, ''चुनाव में जनता जवाब देगी. केजरीवाल चोर है या केजरीवाल को जेल में भेजने वाले चोर हैं. जनता जवाब देगी, जनता को काम रोकने वाले पसंद हैं या काम करने वाला पसंद है. जब इतिहास लिखा जाएगा तो कहा जाएगा कि एक मनीष सिसोदिया था जिसने दिल्ली के स्कूल चालू किए, उसे जेल में डाला, एक सत्येंद्र जैन था जिसने दिल्ली वालों में मोहल्ला क्लीनिक खोला, मुफ्त बिजली दी, उसको जेल डाला. वहीं, एक बीजेपी वाले थे जिसने सारे काम रोक दिए.''
इस्तीफा देने की नहीं थी जरूरत - केजरीवाल
पूर्व सीएम केजरीवाल ने कहा, ''जेल से निकलने के बाद मैंने इस्तीफा दे दिया. मुझे इस्तीफा देने की जरूरत नहीं थी. मैं इनकम टैक्स में था. ज्वाइंट कमिश्नर की पोस्ट थी. मन में ये था कि देश के लिए कुछ करना है. मुझे कुछ ऐसा करना चाहिए जो कोई नहीं करता. मैंने 10 साल दिल्ली की झुग्गी में काम किया. 2006 में ज्वाइंट कमिश्नर के पोस्ट से इस्तीफा दिया था. उस वक्त कोई पार्टी नहीं थी. आंदोलन नहीं था. तब ये नहीं पता था कि दिल्ली का मुख्यमंत्री बनूंगा.''
उसूलों पर दे दिया था इस्तीफा- केजरीवाल
आप संयोजक ने आगे कहा, '' 2013 में सरकार बनी और 49 दिन की सरकार में अपने उसूलों पर इस्तीफा दे दिया, किसी ने मांगा नहीं था और तीसरी बार जेल से इस्तीफा दिया है. मैं सत्ता के लिए नहीं आया हूं. मुझे सत्ता की भूख नहीं है. मुझे पैसे का लालच नहीं. मैं देश के लिए कुछ करने के लिए आया हूं.''
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