(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा चुनाव को लेकर पार्टी नेताओं से की चर्चा, संदीप पाठक ने क्या कहा?
Haryana Election 2024: संदीप पाठक ने कहा कि इस बार हरियाणा का चुनाव अभूतपूर्व होगा. CM अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पहले से 100 गुना ज्यादा ताकत से AAP के नेता और कार्यकर्ता चुनाव लड़ेंगे.
Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार (14 सितंबर) को आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में आगामी हरियाणा चुनाव को लेकर उन्होंने विस्तार से चर्चा की. आप के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने इस बैठक को लेकर बताया कि रविवार को चर्चा के दौरान हरियाणा चुनाव प्रभावी तरीके से लड़ने की रणनीति पर फैसला लिया गया.
उन्होंने कहा कि हर विधानसभा सीट के लिए प्रचार अभियान की योजना तैयार की गई है. हर सीट के बारे में पार्टी के नेताओं ने मंथन किया. हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आने वाले समय में व्यापक अभियान चलाया जाएगा.
दिल्ली के मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal जी ने आज पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। इस बैठक में आगामी हरियाणा चुनाव को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।
— AAP (@AamAadmiParty) September 14, 2024
हर विधानसभा सीट के लिए प्रचार अभियान की योजना तैयार की गई है। आने वाले समय में व्यापक अभियान चलाया जाएगा। इस बार हरियाणा का… pic.twitter.com/q3W5bawiFD
100 गुना ज्यादा ताकत से लड़ेंगे चुनाव
संदीप पाठक ने कहा कि इस बार हरियाणा का चुनाव अभूतपूर्व होगा. सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पहले से 100 गुना ज्यादा ताकत से आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता चुनाव लड़ेंगे. आने वाले कुछ दिनों में हरियाणा में इसका असर दिखाई देगा.
इससे पहले उन्होंने कहा कि दिल्ली आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 13 सितंबर को जमानत देने के बाद से पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है.
पांच अक्टूबर को होगा मतदान
हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा. आठ अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी. हरियाणा के मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल तीन नवंबर 2024 को खत्म हो रहा है. इस बार चुनाव में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच है.
नॉन जाट वोटों के भरोसे बीजेपी
हरियाणा के पिछले 10 साल से बीजेपी सत्ता में है. इस बार बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती एंटी इनकंबेंसी की है. कांग्रेस ने चुनाव में जनता से जुड़े मुद्दे जैसे महंगाई, बेरोजगारी, विकास, रोजगार सृजन, बीजेपी बांटो और राज करो की नीति कोग मुख्य मुद्दा बनाया हैग. इस काग्रेस हरियाणा में हर हाल में विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करना चहती है.
कांग्रेस की ये है चुनावी रणनीति
हरियाणा में साल 2014 में पहली बार बीजेपी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी. साल 2019 में वह अकेले दम पर बहुमत से दूर रही, लेकिन जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला के साथ मिलकर सरकार बनाने में वह सफल रही. इस बार लोकसभा चुनाव से पहले 12 मार्च 2024 को बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूट गया. इतना ही नहीं, बीजेपी नेतृत्व ने मनोहर लाल खट्टर को सीएम पद से हटाकर नायब सिंह सैनी को सीएम बना दिया.
हरियाणा में सीएम बदलने के बाद से चुनाव जाट और मुस्लिम बनाम अन्य समुदायों पर केंद्रित है. बीजेपी नॉन जाट वोट को एक साथ लाकर चुनाव जीतने के फिराक में हैं. वहीं कांग्रेस जाट और मुसलमानों को साथ अन्य समुदायों के मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की पुरजोर कोशिश कर रह है.
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को पांच सीटों का नुकसान हुआ था. कांग्रेस 10 साल बाद पांच सीटें जीतने में कामयाब रही. इस बीच इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन का ऐलान किया है. इनेलो-बसपा गठबंधन ने अभय सिंह चौटाला को सीमए पद का चेहरा घोषित किया है.
अरविंद केजरीवाल की जमानत पर AAP में जश्न, बीजेपी के नेताओं को 'लड्डू' भेज कसा तंज