Delhi News: उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा नदी के किनारे ट्रांसफार्मर फटने से 10 लोगों की मृत्यु हो गई और कई घायल हो गए. घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चमोली के एसपी परमेंद्र डोभाल ने इसकी पुष्टि करते हुए ये जानकारी साझा की है. इस घटना पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी अभी प्रतिक्रिया दी है.


आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, 'उत्तराखंड के चमोली में हुए इस हादसे में कई लोगों की मृत्यु बेहद दुखद है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दें. इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में जो लोग घायल हुए हैं उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.'



16 लोगों को हो चुकी है मौत


बताते चलें कि चमोली जिले में स्थित एक जल-मल शोधन संयंत्र (STP) में बिजली का करंट फैल जाने से 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 7 अन्य लोग घायल हो गए. चमोली के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनमें से एक की मृत्यु मंगलवार रात को करंट फैलने के बाद उसकी चपेट में आकर हुई. अलकनंदा नदी के किनारे नमामि गंगे परियोजना के तहत बने एसटीपी में कार्यरत उक्त व्यक्ति के पंचनामे के दौरान बुधवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे फिर से एसटीपी की रेलिंग में करंट दौड़ गया और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों समेत मृतक के कुछ रिश्तेदार इसकी चपेट में आ गए. करंट इतना तेज था कि कई लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.


सीएम धामी ने दिए जांच के आदेश


बुधवार को 15 लोगों की मौत हुई जिनमें एक पुलिस उपनिरीक्षक प्रदीप रावत और होमगार्ड के तीन जवान शामिल हैं. प्लांट की रेलिंग में बिजली का करंट फैलने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थिति का जायजा लेने तथा हादसे से पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं. उन्होंने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये की सहायता राशि अविलंब देने का निर्देश दिया है. धामी ने दुर्घटना की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है और कहा कि हादसे के लिए दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.