Arvind Kejiwal News: अरविंद केजरीवाल के हेल्थ को लेकर LG के पत्र पर संजय सिंह की प्रतिक्रिया, 'ईश्वर न करे कभी आप...'
Arvind kejriwal Health: आप सांसद संजय सिंह एलजी विनय सक्सेना को निशाने पर लेते हुए लिखा है कि एलजी साहब, जब आपको उनकी बीमारी के बारे में पता नहीं, तो आपको इस तरह लेटर नहीं लिखनी चाहिए.
Sanjay Singh On Arvind Kejriwal Health: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर उपराज्यपाल विनय सक्सेना की ओर से मुख्य सचिव को लिखे गए पत्र पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह की प्रतिक्रिया आई है. संजय सिंह ने एलजी पर निशाना साधते हुए कहा कि एलजी ये क्या मजाक कर रहें हैं? क्या कोई आदमी खुद की रात में शुगर कम करेगा? जो बहुत खतरनाक है.
संजय सिंह ने आगे लिखा, "एलजी साहब बीमारी के बारे में पता नहीं तो आपको ऐसी लेटर नहीं लिखनी चाहिए. ईश्वर न करे कभी आप के साथ ऐसा समय आए."
ये क्या मज़ाक़ कर रहें हैं एलजी साहब?
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) July 20, 2024
क्या कोई आदमी ख़ुद की रात में शुगर कम करेगा?
जो की बहुत ख़तरनाक है।
एलजी साहब बीमारी के बारे में पता नहीं तो आपको ऐसी लेटर नहीं लिखनी चाहिए।
ईश्वर ना करें कभी आप के साथ ऐसा समय आए। pic.twitter.com/2Y4OTECYtt
एलजी के पत्र में क्या है?
दरअसल, तिहाड़ जेल अधीक्षक की रिपोर्ट का हवाला देते हुए एलजी के प्रधान सचिव ने लिखा है कि यह तथ्य सामने आया है कि सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा जान बूझकर कम कैलोरी का सेवन किया जा रहा है. इसके कई उदाहरण हैं. आहार निगरानी चार्ट से पता चलता है कि 6 जून, 2024 और 13 जुलाई, 2024 के बीच सीएम ने दिन के समय तीनों टाइम भोजन के लिए निर्धारित आहार का पूरा सेवन नहीं किया था. रिपोर्ट में उनके वजन के बारे में बताया गया है कि दो जून, 2024 को सीएम का 63.5 किग्रा था, जो अब 61.5 किग्रा है. ऐसा कम कैलोरी सेवन के कारण हुआ है.
18 जून, 2024 को उन्हें इंसुलिन नहीं दिया गया था या जेल अधिकारियों द्वारा तत्काल रिपोर्ट में इसे दर्ज नहीं किया गया था. अधिकांश दिनों में ग्लूकोमीटर टेस्ट रीडिंग और सीजीएमएस रीडिंग के बीच भी अंतर सामने आया है. 19 जून, 2024 को दोपहर के भोजन से पहले किए गए ग्लूकोमीटर रीडिंग में 104 मिलीग्राम की रिकॉर्डिंग दर्ज की गई, जबकि उसी दिन दोपहर 12.30 बजे दोपहर के भोजन से पहले किए गए सीजीएमएस रीडिंग में 82 मिलीग्राम की रिकॉर्डिंग हुई. ग्लूकोमीटर टेस्ट रीडिंग और सीजीएमएस रीडिंग के बीच स्पष्ट विसंगतियों को उपयुक्त चिकित्सा अधिकारियों द्वारा सत्यापित करने की आवश्यकता है.