दिल्ली में इस बार का विधानसभा चुनाव काफ़ी रोचक होने जा रहा है. सभी पार्टियां अपनी रणनीति में बदलाव की हरसंभव कोशिश कर रही हैं जिसकी मदद से चुनाव में जीत हासिल की जा सके. सबसे ज़्यादा बदलाव आम आदमी पार्टी (AAP) में नजर आ रहा है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है हाल ही में दूसरी पार्टी के नेताओं को आप में शामिल करवाना.


दरअसल उन चेहरों को लगातार आप में शामिल किया जा रहा है जिन चेहरों को पिछले विधानसभा चुनाव में हराकर आप ने सत्ता हासिल की थी. अब इन्हीं चेहरों पर दांव खेलकर आप दोबारा दिल्ली की सत्ता हासिल करना चाहती है. 


1.ब्रह्म सिंह तंवर
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में छतरपुर से ब्रह्म सिंह तंवर ने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा और वह दूसरे नंबर पर रहे जबकि आम आदमी पार्टी के करतार सिंह तंवर ने चुनाव जीता था. AAP उम्मीदवार को 49.13% वोट मिले जबकि ब्रह्म सिंह तंवर को 46.15% वोट हासिल हुए थे.


2. अनिल झा
पिछले विधानसभा चुनाव में किराडी से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े और दूसरे नंबर पर रहे जबकि AAP के उम्मीदवार रितुराज झा ने चुनाव जीता था. दोनों के वोट शेयर की बात करें तो, ऋतुराज झा को 49.77% वोट मिले जबकि अनिल झा को 46.51% वोट मिले. 


3. बीबी त्यागी 
BJP की टिकट पर बीबी त्यागी ने साल 2015 में लक्ष्मी नगर से चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में बीबी त्यागी दूसरे नंबर पर रहे और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार नितिन त्यागी ने चुनाव जीता. दोनों के वोट शेयर की बात करें तो नितिन त्यागी को 42.54% वोट मिले जबकि बीबी त्यागी को 39.00% वोट मिले. 


4. चौधरी मतीन अहमद 
2020 विधानसभा चुनाव में मतीन अहमद ने कांग्रेस की टिकट पर सीलमपुर से चुनाव लड़ा था और तीसरे नंबर पर रहे जबकि AAP उम्मीदवार अब्दुल रहमान ने चुनाव जीता. वोट शेयर का बात करें तो AAP उम्मीदवार को 56.05% वोट मिले थे जबकि मतीन अहमद को 15.61% वोट मिले.


5. वीर सिंह धींगान
सीमापुरी सीट से पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर वीर सिंह धींगान ने चुनाव लड़ा और तीसरे नंबर पर रहे. जबकि AAP उम्मीदवार राजेंद्र पाल गौतम ने चुनाव जीता. इनके वोट शेयर की बात करें तो राजेन्द्र पाल गौतम को 65.82% वोट मिले जबकि 5.70% वोट मिले


6. सुमेश शौक़ीन
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में सुमेश शौक़ीन ने कांग्रेस की टिकट पर मटियाला से चुनाव लड़ा और तीसरे नंबर पर रहे. AAP उम्मीदवार गुलाब सिंह को 53.20% वोट मिले जबकि सुमेश शौक़ीन को 2.81% को वोट पड़े.


'बाहरियों' पर भरोसा क्यों जता रहे केजरीवाल?


दूसरी पार्टी से लाए गए इन चेहरों के भरोसे केजरीवाल सत्ता की सीढ़ी चढ़ने की कोशिश ज़रूर कर रहे हैं लेकिन इसको लेकर पार्टी में सवाल भी उठ रहे हैं कि जिन चेहरों पर पिछले चुनाव में बड़े-बड़े सवाल उठाए, अब उन पर इतना बडा भरोसा क्यों? इसके जवाब में दिल्ली की मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी 2012 में बनी थी.  26 नवंबर को जिस दिन पार्टी की शुरुआत हुई थी, उस दिन अरविंद केजरीवाल ने बोला था कि किसी भी पार्टी के अच्छे लोगों का आप में स्वागत है.


सीएम आतिशी ने कहा कि अलग पार्टियों और सामाजिक संस्थानों से लगातार लोग आप में जुड़ते रहे हैं. इस बार भी कई ऐसे नेता आप में शामिल हो रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी कुछ ऐसे ही चेहरे आप भी शामिल होंगे.


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