Swati Maliwal Case Update: आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल केस में दिल्ली पुलिस रविवार को सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के आवास पहुंची. कुछ देर के बाद पुलिस की टीम सीएम आवास से निकल गई. पुलिस के हाथ एक सील बंद बॉक्स है, जिसमे कुछ इलेक्ट्रॉनिक गैजेट हैं. सूत्रों के मुताबिक इसमें डीवीआर भी हो सकता है. इस बीच, बीजेपी के मुख्यालय तक मार्च करने के बाद सीएम केजरीवाल अपने आवास लौट आए.
इससे पहले इस डीवीआर का जिक्र दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में भी किया था. पुलिस हिरासत में भेजने वाले मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट गौरव गोयल से पुलिस ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार पुलिस के साथ सहयोग नहीं कर रहे और जवाब देने से बच रहे हैं. रिमांड अर्जी में कहा गया है, ‘‘यह एक बहुत ही गंभीर मामला है जिसमें एक सांसद पर बेरहमी से हमला किया गया जो घातक हो सकता था. विशिष्ट सवाल किए जाने के बावजूद आरोपी ने जांच में सहयोग नहीं किया है और वह जवाब देने से बच रहा है.''
अब तक नहीं दिया गया डीवीआर- दिल्ली पुलिस
इसमें कहा गया है कि मामले में सबसे अहम सबूत घटनास्थल का डीवीआर है, जिसे अभी तक पुलिस को मुहैया नहीं कराया गया है. पुलिस हिरासत का अनुरोध करने वाली अर्जी में कहा गया है कि सीएम के आवास के एक जूनियर इंजीनियर ने स्वीकार किया था कि उसकी उस स्थान तक पहुंच नहीं है जहां डीवीआर और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन बाद में उसने डाइनिंग रूम का वीडियो उपलब्ध कराया लेकिन कथित घटना के समय के इसमें कोई फुटेज नहीं हैं.
'टालमटोल कर रहे हैं बिभव कुमार'
अर्जी में कहा गया है कि बिभव कुमार सीएम आवास पर शनिवार को मौजूद थे और पूछताछ किए जाने पर टालमटोर करते नजर आए. इसमें कहा गया है, ‘‘अपराध स्थल पर उनकी मौजूदगी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण समेत अहम सबूतों से छेड़छाड़ किए जाने की प्रबल संभावना पैदा करती है. आरोपी एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं और वह एक आधिकारिक पद पर नौ साल से अधिक समय से काम कर रहे हैं, ऐसे में वह मुख्यमंत्री आवास में गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं और उन पर दबाव डाल सकते हैं.’’
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