Delhi Excise Policy Case: दिल्ली आबकारी नीति मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार (26 फरवरी) को ईडी के सामने पेश नहीं हुए. उन्होंने कहा कि ईडी खुद कोर्ट गई है, एजेंसी को भरोसा रखना चाहिए. उन्होंने कहा, ''इंडिया गठबंधन तोड़ने का दबाव है. लोगों को पकड़कर जेल में डाला जा रहा है.''


केजरीवाल ने कहा, ''क्या ईडी या केंद्र सरकार को कोर्ट पर भरोसा नहीं है. कोर्ट पर भरोसा रखना चाहिए. कोर्ट के आदेश का इंतजार करना चाहिए. अगर कोर्ट कहेगी कि जाओ तो हम जाएंगे. उनका मकसद है कि गठबंधन तोड़ दो, हम गठबंधन नहीं तोड़ेंगे.''


सीएम केजरीवाल दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के एक साल पूरे होने पर राजघाट पहुंचे थे. उन्होंने कहा, ''एक साल पहले मनीष सिसोदिया को झूठे मुकदमे में गिरफ्तार किया गया था. हमें उन पर गर्व है, हम उनसे प्रेरणा लेते हैं उन्होंने गरीबों के बच्चों के सपनों को पर देने का काम किया है.''


आप-कांग्रेस साथ लड़ेगी चुनाव


बता दें कि पिछले ही दिनों आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के तहत दिल्ली, हरियाणा, गुजरात और गोवा में साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.


अरविंद केजरीवाल को ईडी ने नई आबकारी नीति मामले में सातवां समन भेजकर जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया था. बता दें कि सीएम केजरीवाल की तरफ से पांचवें समन को नजरअंदाज करने के बाद ईडी कोर्ट गई थी.


16 मार्च को होगी सुनवाई


इसके बाद केजरीवाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए. मुख्यमंत्री ने कोर्ट को बताया कि विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और चालू बजट सत्र के कारण वे अदालत में वे शारिरिक रूप से उपस्थित नहीं हो सके. कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की पेशी के लिए 16 मार्च की तारीख तय की है.


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