Ramlala Pran Pratishtha: दिल्ली में आयोजित भंडारे में शामिल हुए अरविंद केजरीवाल, कहा- 'सभी श्री राम के पदचिन्हों पर चलें'
Ram Mandir Opening: सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी सरकार इस कोशिश में जुटी है कि दिल्ली में कोई भूखा नहीं सोये. हर गरीब को फ्री में मिले सरकारी राशन मिले.
Delhi News: अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम देश और दुनिया में सुर्खियों में है. देश के लोगों में इसको लेकर उत्साह सुबह से ही देखा जा रहा है. जहां तब देश की राजधानी दिल्ली की बात है तो खुद सीएम अरविंद केजरीवाल इस अवसर पर मोर्चा संभाले हुए हैं. उन्होंने ट्वीटकर बताया है कि सोमवार को राम मंदिर उद्घाटन के मद्देनजर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में आयोजित भंडारों और शोभायात्राओं में में शामिल हुआ. दिल्ली के आम लोगों के साथ बच्चों के साथ प्रभु श्री राम के आगमन का स्वागत किया. साथ ही दिल्ली के लोगों के हितों के लिए मंगलकामना की.
वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को आप सरकार की ओर से आयोजित रामलीला देखने के बाद कहा था कि हमने आज प्रभु श्री राम जी की आराधना कर देश व दिल्ली की समृद्धि, शांति एवं विकास के लिए प्रार्थना की है. सभी को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी के आदर्श जीवन से प्रेरणा लेकर हमेशा सत्य के रास्ते पर चलना चाहिए. रामराज्य की अवधारणा से प्रेरणा लेकर ही हम दिल्ली के लोगों की सेवा कर रहे हैं.
आज प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर दिल्ली के अलग-अलग इलाक़ों में आयोजित भंडारों में शामिल हुआ। pic.twitter.com/vAM69RNNGl
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 22, 2024
राम की सोच से प्रेरित होकर कर रहे दिल्ली वालों की सेवा
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसी सोच का नतीजा है कि हमारी सरकार इस कोशिश में जुटी है कि दिल्ली में कोई भूखा नहीं सोये. हर गरीब को सरकारी राशन मिले. दिल्ली सरकार ने हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मुहैया कराने के लिए राजधानी के सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से बेहतर बनाया. दिल्ली में रहने वाले हर व्यक्ति को अच्छा और मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया. दिल्ली के बेघरों के लिए आप सरकार ने नाइट शेल्टर बनवाए. सभी को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने का काम जारी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम की सोच से प्रेरित होकर ही हम दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार चला रहे हैं. राम राज्य बड़ी चीज है. हम लोग छोटी चीज हैं. इसलिए, हमें उनके पदचिन्हों पर चलने की जरूरत है.