CAA Issue: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर जुबानी जंग जारी है. इस बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा है कि सीएए देश के लिए खतरनाक है. उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बाहरी लोग अगर देश में आ जाते हैं तो उन्हें नौकरी कैसे देंगे. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीएए लागू होने से कैसे देश भर में भारी संख्या में पड़ोसी देशों से घुसपैठिए आ जाएंगे.
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''आपने रोहिंग्या की बात की तो यह तो आपके ही समय पर आए थे. 2014 के बाद आये. आपकी मिली भगत या नाकामी की वजह से आए हैं? पूरे देश में कहां-कहां रोहिंग्या को बसा रखा है. 2014 के बाद भी यह लोग अभी तक आ रहे हैं और रोजाना आ रहे हैं.''
बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को विरोध क्यों नहीं करते
बता दें कि अमित शाह ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने भ्रष्टाचार के उजागर होने से अपना आपा खो बैठे हैं. उन्हें पता नहीं है कि ये लोग भारत में आ चुके हैं और भारत में रह रहे हैं. उन्होंने कहा, "अगर उन्हें इतनी ही चिंता है तो वे बांग्लादेशी घुसपैठियों की बात नहीं करते या रोहिंग्या का विरोध क्यों नहीं करते? दिल्ली के सीएम वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं. वे विभाजन की पृष्ठभूमि भूल गए हैं. उन्हें शरणार्थी परिवारों से मिलना चाहिए."
शाह के इस बयान के जवाब में सीएम केजरीवाल ने आज कहा कि, 'सीएए खतरनाक है'. सीएए से बेरोजगारी बढ़ेगी. इससे देश में असुरक्षा बढ़ेगी. सीएए से केंद्र सरकार ने देश के लोगों का हक छीनने का काम किया.
सवाल को नहीं दिया जवाब
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''मैंने गृह मंत्री का बयान सुना. अपने पूरे बयान में उन्होंने मेरे किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया, जो कल मैंने उठाए थे. उन्होंने केवल गाली गलौज की है, केवल यह कहा है कि केजरीवाल भ्रष्ट है. केजरीवाल ऐसा है केजरीवाल वैसा है. मैं अहम नहीं हूं देश अहम है, देश के 140 करोड़ लोग अहम हैं. उनकी बात करते हैं.''
सभी को नौकरियां कहां से दोगे?
उन्होंने आगे कहा, ''मैं पूछना चाहता हूं कि हम खुद अपने बच्चों को रोजगार देने में असमर्थ हैं, तो जब इतनी भारी संख्या में बाहर से आप पाकिस्तान बांग्लादेश के लोगों को हमारे देश में लाकर बसना चाहते हो, नौकरियां कहां से दोगे? पहले अपने बच्चों के लिए नौकरी का तो इंतजाम कर लो.''
2-3 करोड़ लोग आ गये तो देश कैसे चलेगा
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि उन लोगों के लिए घर कहां से आएंगे? उन लोगों के लिए नौकरी और संसाधन कहां से आएंगे जो आप इतनी भारी संख्या में उन लोगों को यहां लाना चाहते हो. आजादी के समय बहुत बड़ा माइग्रेशन हुआ था यहां से लोग वहां गए थे और वहां से यहां आए थे.''
केजरीवाल ने कहा कि अगर सभी 2-3 करोड़ लोग आ गये तो देश कैसे चलेगा. इतनी भारी संख्या में लोग आएंगे ये बहुत खतरनाक है. अब उनके लिए राशन कार्ड बनाएंगे, उनको सरकारी नौकरी देंगे.
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