BJP On Arvind Kejriwal Resignation: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दो दिन में इस्तीफा देने की घोषणा कर सबको चौंका दिया है तो वहीं इस मामले पर बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि बेहतर होता कि केजरीवाल अपनी कैबिनेट समेत इस्तीफा देते और विधानसभा को भंग करने की सिफारिश करते.
आप की ओर से कहा जा रहा है कि दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल को ईमानदार घोषित करेगी. इस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी नेता वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ''जनता अपना फैसला तीन महीने पहले ले चुकी है. दिल्ली की जनता ने फैसला सुना दिया. इनको जीरो करके भेज दिया. फिर कह रहा हूं उनमें जरा सी भी नैतिकता है तो पूर मंत्रीमंडल इस्तीफा दें. नवंबर में चुनाव कराएं. दिल्ली की जनता इनसे निजात चाहती है.''
वहीं, सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ''उनके चरित्र की तरह उनका बयान भी छलावा है. सीएम हैं तो कैबिनेट की बैठक बुलाकर एलजी को इस्तीफा दे देते. कभी कोई सीएम मांग करता है कि चुनाव कराना है. वो अंदर से कुछ और बाहस से कुछ और नजर आते हैं. 48 घंटे जो मांगा है वह गहरा रहस्य है. वह रिप्लेसमेंट ढूंढना चाहते हैं या प्लेसमेंट करना चाहते हैं.''
भगत सिंह से तुलना करने पर यह बोली बीजेपी
वहीं, शहीद भगत सिंह से तुलना किए जाने पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ''क्रांतिकारी भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त से उस व्यक्ति की तुलना की जा रही है जो कि एक मामले में आरोपी है. ये तो वो लोग हैं जिन्होंने दिल्ली में उनके साथ जाकर हाथ मिलाया था, जिन वामपंथियों ने भगत सिंह के खिलाफ आपत्ति जनक बात लिखी थी. जब 2016 में हमारी सरकार में संसद में सवाल उठाया गया तो यह कहा कि अगले प्रकाशन में उसे हटा लेंगे लेकिन माफी नहीं मांगी थी.''
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा, ''भारत की राजनीति की नई नवेली पार्टी के अजब और अलबेले किरदार, स्वघोषित कट्टर ईमानदार, पूरी तरह दागदार रहकर जेल से बाहर आकर स्वागत धुआंधार करवा रहे हैं. उन्होंने नई राजनीति की जो नजीर पेश की है उसकी तुलना भारत की राजनीति में नहीं.''
केजरीवाल के दावे पर बीजेपी का जवाब
त्रिवेदी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि वह गैर-भाजपाई सीएम हैं जो जेल गए. मैं उन्हें बताना चाहता हूं सिर्फ हेमंत सोरेन ही नहीं बल्कि मधु कोड़ा झारखंड के सीएम के रूप में जेल गए, 2006 में सीएम रहते हुए शिबू सोरेन जेल में थे, करुणा निधि जेल में थे, 1997 लालू यादव जेल गए. 1996 में जयललिता जी को जेल हुई थी. इन्होंने इतनी नैतिकता तो निभाई कि जेल जाने से पहले इस्तीफा दे दिया. ये सभी गैर भाजपाई थे और तब हमारी सरकार नहीं थीं.''
ये भी पढ़ें- क्या अब आतिशी बनेंगी दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री? CM बनने को लेकर खुद दिया जवाब