Delhi Ordinance Row: सपा का समर्थन मिलने के बाद बोले अरविंद केजरीवाल, कहा- 'अगर राज्यसभा में बिल पास नहीं हुआ तो...'
सर्विस विवाद मामले में अध्यादेश को लेकर बंगाल महाराष्ट्र दक्षिण भारत के बाद अब यूपी से समाजवादी पार्टी का भी समर्थन आम आदमी पार्टी को मिला है. जिसके बाद दिल्ली सीएम ने एक बड़ा ऐलान किया है.
Delhi News: सर्विस विवाद मामले को लेकर राज्यसभा में इस बिल को रोकने के लिए दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) बंगाल, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत के बाद अब उत्तर प्रदेश के बड़े नेताओं से समर्थन प्राप्त कर रहे हैं. जहां उन्हें यूपी की सबसे बड़ी क्षेत्रीय दल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का समर्थन प्राप्त हुआ जिसके पास दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर हम सर्विस विवाद मामले में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को राज्यसभा में रोकने में कामयाब हुए तो 2024 में बीजेपी की सत्ता से वापसी तय होगी. इस दौरान उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव व उनके समर्थकों का आभार जताया और कहा कि विपक्ष के सभी बड़े नेताओं से मिलकर हम उनके तानाशाही का डटकर मुकाबला करेंगे.
राज्यसभा में किसका पलड़ा भारी
सर्विस विवाद में केंद्र सरकार लाए गए इस अध्यादेश को दोनों सदनों यानी लोकसभा और राज्यसभा से पास होना होगा. लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों को मिलाकर अच्छी संख्या है, लेकिन राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी को 2/3 बहुमत के साथ एक अच्छी संख्या की जरूरत होगी. वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद दिल्ली सीएम ने कहा कि राज्यसभा के 238 में से बीजेपी के पास कुल 93 वोट हैं. अगर विपक्षी दल सभी लोग मिलकर इस अध्यादेश के खिलाफ राज्यसभा में वोट करेंगे तो यह बिल राज्यसभा में पास नहीं होगा और यह अध्यादेश कानून नहीं बन पाएगा. इस बिल के वापस होने के बाद देश में एक सख्त संदेश जाएगा कि प्रधानमंत्री मोदी 2024 में सत्ता में वापसी नहीं कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का आभार भी जताया.
सपा प्रमुख ने की दिल्ली सीएम की तारीफ
अध्यादेश के खिलाफ समर्थन के साथ-साथ इस दौरान 2024 के लिए विपक्षी एकजुटता का मंच भी तैयार होते देखा जा रहा है. अध्यादेश को लेकर दिल्ली सीएम से मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी गर्मजोशी से आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का स्वागत किया और उन्होंने उनकी नीतियों विशेष तौर पर दिल्ली एजुकेशन पॉलिसी की जमकर तारीफ की. और इशारों में ही भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि उन्हें इस बात का डर है कि दिल्ली सरकार ने इतना अच्छा काम किया है कि 2024 में 7 बटा सन्नाटा ना कर दे. इसीलिए यह अध्यादेश लाया गया है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को भरोसा जताते हुए कहा कि उनके जितने भी सदस्य हैं. वह आम आदमी पार्टी का समर्थन करेंगे और राज्यसभा में इस अध्यादेश के खिलाफ वोट करेंगे. निश्चित तौर पर विपक्ष के इन बड़े नेताओं के समर्थन के बाद आम आदमी पार्टी राज्यसभा में इस अध्यादेश के खिलाफ एक अच्छी स्थिति की ओर बढ़ती जा रही है. अब देखना होगा कि इस अध्यादेश के खिलाफ वोटिंग को सेमीफाइनल करार देने वाले दिल्ली सीएम इन विपक्षी नेताओं के समर्थन के बल पर कामयाब हो पाते हैं या नहीं.
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