दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को देखते हुए एक बार फिर से निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है. ऐसी स्थिति में सबसे ज्यादा असर मजदूरों पर होता है. मजदूरों की परेशानी कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने एक अहम फैसला लिया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार अपने स्तर पर प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठा रही है. कंस्ट्रक्शन के काम बंद होने पर सभी मजदूरों के खातें में 5-5 हजार रुपए दिए जा रहे हैं. कई निर्माण स्थल ऐसे हैं जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं है तो वहां कैंप लगा कर रजिस्ट्रेशन किया जाएगा.
दिल्ली के सीएम ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट का आदेश सिर माथे पर रखकर दिल्ली सरकार अपने स्तर पर कई कदम उठा रही है. प्रदूषण को कम करने के लिए जो हमें सुप्रीम कोर्ट के आदेश मिले हैं और सलाह मिलती है सारे कदम पर अमल कर रहे हैं. यह बहुत अच्छा है. प्रदूषण की वजह से कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी रोक लगी हुई है. आज ही मैंने आदेश दिए हैं कि जो-जो कंस्ट्रक्शन वर्कर हैं पूरे दिल्ली के अंदर उन सभी को पांच हज़ार रुपए तुरंत उनके खाते में डलवा रहे हैं और उनका मिनिमम वेज के हिसाब से जितना नुकसान हुआ है उसकी हम भरपाई करेंगे. बड़े स्तर के ऊपर कई सारे कंस्ट्रक्शन वर्कर ऐसे हैं जिनकी रजिस्ट्रेशन नहीं हुई है. कंस्ट्रक्शन साइट पर हम कैंप लगाकर उनका रजिस्ट्रेशन भी करेंगे." आम आदमी पार्टी की अखिलेश यादव के साथ मुलाकात पर उन्होंने कहा कि वो मुलाकात एक महज उत्तर प्रदेश की राजनीति के दो लोगों के बीच एक मुलाकात थी और बस इतना ही है.
वहीं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पिछले 3-4 दिनों से प्रदूषण का स्तर कम हो रहा था, लेकिन आज फिर से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दिख रही है. इसके मद्देनजर आज से कंस्ट्रक्शन का काम रोका जा रहा है. साथ ही मजदूरों को आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके लिए एक रूपरेखा तैयार की जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकारी कॉलोनियों से प्राइवेट बसें चलाई जाएंगी. पास के मेट्रो स्टेशन से शटल बस सर्विस शुरू होगी, जिससे लोग मेट्रो से आएं और आसानी से दफ्तर पहुंचें. उनकी कॉलोनियों से भी बस सेवा शुरू की जाएगी, जिससे लोग अपने निजी वाहन से ना आएं.
गौरतलब है कि दिल्ली में प्रदूषण के स्तर एक फिर बढ़ गया. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) आज यानी 25 नवंबर को 383 दर्ज किया गया और बहुत खराब श्रेणी में है, जबकि 2.5पीएम मानक 262.51 है. नोएडा की वायु गुणवत्ता सूचकांक भी बहुत खराब है और 326 रिकॉर्ड किया गया है. इसके अलावा गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 309 है. आपको बता दें कि एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.
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