Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) एक बार फिर 10 दिनों के लिए विपश्यना ध्यान (Vipassana Meditation) केंद्र में रहेंगे. विपश्यना पाठ्यक्रम में शामिल होने के लिए वो 19 दिसंबर को दिल्ली (Delhi) से रवाना होंगे.
बता दें कि सीएम अरविंद केजरीवाल हर साल 10 दिनों के लिए विपश्यना पाठ्यक्रम में शामिल होते हैं. साल 2023 में भी वह पहले की तरह 19 से 30 दिसंबर के दौरान विपश्यना ध्यान केंद्र में रहेंगे दिल्ली के सीएम साल 2021 में जयपुर के एक वेलनेस सेंटर में 10 दिन तक ध्यान लगाया था. इस साल भी वाह 10 दिन का समय विपश्यना ध्यान केंद्र में गुजारेंगे. जयपुर में सीएम विपश्यना शिविर में भी शामिल हुए थे. आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल इससे पहले धर्मकोट, नागपुर और बेंगलुरु में विपश्यना कई कई सत्रों में भाग ले चुके हैं.
विपश्यना क्या है?
विपश्यना ध्यान की एक ऐसी विधा है, जिसके तहत सबसे ज्यादा लोगों ने बुधत्व या ज्ञान को हासिल किया है. यह इंसान को आत्मचिंतन व मंथन की एक प्रभावकारी विधि है. विपश्यना में शामिल होने से मन को सुकून मिलता है और वह आत्मशुद्धि को हासिल करने में सफल होता है. विपश्यना भारतीय प्राणायाम का ही एक रूप है. भारतीय परंपरा में प्राचीन काल से ऋषि-मुनि ध्यान के विधि का इस्तेमाल मन, वचन और कर्म के स्तर पर चित को शांत करने के लिए करते आये हैं. विपश्यना आत्म निरीक्षण, आत्म शुद्धि और आत्म मंथन के लिए एक प्रभावी पद्धति है. विपश्यना में शामिल होने के पीछे लोगों का मकसद अपने शरीर और मन की गहराइयों को समझना होता है. इसके अलावा, इंसान शिविर के दौरान शरीर में होने वाले परिवर्तनों को भी महसूस करता है.