छठ पूजा को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में केजरीवाल ने मांग की है कि छठ पूजा सार्वजनिक रूप से मनाने की अनुमति दी जाए. 


अपने पत्र में केजरीवाल ने लिखा है, ''दिल्ली में पिछले तीन महीनों से कोविड महामारी नियंत्रण में है मेरा विचार है कि हमें कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखते हुए छठ छठ पूजा मनाने की अनुमति देनी चाहिए.''



मुख्यमंत्री ने आगे लिखा, ''उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान आदि पड़ोसी राज्यों ने भी अपने नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए उचित प्रतिबंधों के साथ छठ पूजा मनाने की अनुमति दी है. मेरा आपसे अनुरोध है कि यथाशीघ्र DDMA की बैठक बुलाकर छठ पूजा समारोह के आयोजन की अनुमति प्रदान करें.''


आपको बता दें कि छठ पूजा पर लगी रोक की वजह से दिल्ली सरकार लगातार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने बुधवार को केजरीवाल पर मुसलमानों का तुष्टीकरण करने और छठ पूजा पर प्रतिबंध लगा कर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया.


केजरीवाल को लिखे एक पत्र में तिवारी ने छठ मनाने को लेकर केंद्र से दिशा-निर्देश लेने के आम आदमी पार्टी सरकार के कदम पर भी सवाल उठाया और कहा कि अगर सरकार 'गंभीर' थी तो त्योहार को प्रतिबंधित करने से पहले ऐसा करना चाहिए था. तिवारी ने कहा, 'मुझे यह कहते हुए खेद है कि आप लगातार हिंदू समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए काम कर रहे हैं और आप दिल्ली में मुस्लिम तुष्टीकरण के दोषी हैं। छठ पर प्रतिबंध के माध्यम से आपने हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है'


उन्होंने कहा कि छठ केवल पूर्वांचलियों (पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के भोजपुरी भाषी) का त्योहार नहीं है, बल्कि भारत की सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा का एक अविभाज्य हिस्सा भी है. तिवारी ने कहा, 'मुख्यमंत्री होने के नाते इस तरह का हिंदू विरोधी रवैया अपनाना आपको शोभा नहीं देता. आपकी वजह से (मुख्यमंत्री) पद की गरिमा धूमिल हो रही है.'


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