Delhi News: दिल्ली (Delhi) के सबसे व्यस्ततम रास्तों में से एक आश्रम चौक (Ashram Chowk) के पास चल रहे अंडरपास के निर्माण कार्य को दो साल हो चुके हैं. लेकिन अब तक यह अंडरपास बनकर तैयार नहीं हुआ है. मथुरा रोड (Mathura Road) पर बन रहे इस अंडरपास का काम 24 दिसंबर 2019 को शुरू हुआ था. एक साल बाद दिसंबर 2020 में इसे बनकर तैयार होना था. लेकिन आज करीब दो साल बीत जाने के बाद ये अंडरपास बनकर तैयार नहीं हुआ है.
क्यों हो रही है देरी
इस अंडरपास के निर्माण कार्य को लेकर एबीपी न्यूज ने पिछले महीने फरवरी में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से बात की थी. तब अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया था कि मार्च के महीने में इस अंडरपास का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. अधिकारियों के मुताबिक अंडरपास बनकर तैयार हो गया है. केवल अंडरपास के ऊपर रेन वाटर प्रूफिंग की जा रही है. जिसके लिए अंडरपास के ऊपर शेल्टर बनाने का काम हो रहा है. लेकिन एक महीने बीत जाने के बाद भी वो काम जैसे का तैसा ही पड़ा हुआ है.
किनको होती है समस्या
दक्षिण दिल्ली के आश्रम चौक के पास बन रहे इस अंडरपास के निर्माण कार्य के चलते दिल्ली का सबसे व्यस्ततम रास्ता जो हमेशा ट्रैफिक जाम की समस्या से घिरा रहता है. इससे कंस्ट्रक्शन के चलते आश्रम चौक पर भारी जाम देखने को मिलता है.
दोपहिया वाहनों से लेकर चार पहिया और बसों की आवाजाही में काफी दिक्कत है. इतना ही नहीं सड़कों पर हो रहे गड्ढों के कारण काफी मुश्किल से वाहन इस सड़क से निकल पाते हैं. ना केवल वाहनों को बल्कि पैदल चलने वाले राहगीरों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही जो लोग यहां आस-पास रहते हैं वह भी पिछले दो साल से धूल का गुब्बारा सह रहे हैं. आसपास के दुकानदारों का कहना है कि दिन भर धूल उड़ती रहती है. ऐसे में कुछ देर भी यहां खड़े रहना अपने फेफड़ों को काला करने के बराबर है.
किन रास्तों को जोड़ता है आश्रम चौक
दिल्ली के आश्रम चौक से दिल्ली सेक्रेटेरिएट की दूरी करीब नौ किलोमीटर है. वहीं देश का संसद भवन मात्र आठ किलोमीटर. ऐसे में यह दिल्ली का सबसे व्यस्ततम रास्ता है. ना केवल दिल्ली बल्कि दिल्ली से सटे नोएडा, फरीदाबाद से आने वाले लोगों को भी यहां से ही होकर सेंट्रल दिल्ली की ओर बढ़ना होता है. दिल्ली का यह आश्रम चौक बदरपुर, निजामुद्दीन, रिंग रोड, लाजपत नगर, सराय काले खां और डीएनडी से जोड़ता है. इसके अलावा आसपास के इलाके जिसमें कालिंदी कॉलोनी, अमर कॉलोनी, किलोकरी गांव, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, नेहरू नगर, फ्रेंड्स कॉलोनी ईस्ट जैसे इलाके भी यातायात को लेकर प्रभावित है.
कब कब बढ़ी समय सीमा
वहीं इस अंडरपास के निर्माण कार्य को लेकर कई बार समय सीमा बढ़ाई जा चुकी है. 78 करोड़ की लागत से बन रहे 750 मीटर लंबे इस आश्रम की आधारशिला 24 दिसंबर 2019 को रखी गई थी. इसका काम ठीक एक साल दिसंबर 2020 में पूरा होना था. लेकिन वैश्विक महामारी के चलते इसका काम कई बार बीच में रोकना पड़ा और फिर समय सीमा को बढ़ाकर मार्च 2021 कर दिया गया. मार्च तक काम पूरा नहीं होने पर समय सीमा को जून 2021 और फिर अगस्त 2021 तक बढ़ाया गया. लेकिन तब भी कई कारणों से काम पूरा नहीं हो सका, फिर दिसंबर 2021 तक के लिए निर्माण कार्य की समय सीमा को बढ़ा दिया गया. इस समय सीमा में भी काम पूरा नहीं हुआ. जिसके बाद फरवरी 2022 तक काम पूरा होना था. लेकिन फरवरी में मार्च महीने तक इस अंडरपास के काम को पूरा किए जाने के बात पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने एबीपी न्यूज से कही थी. मार्च का महीना शुरु हो चुका है ऐसे में अभी भी इस महीने में भी इस अंडरपास के बनकर तैयार होने के कुछ खासा आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
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