Atiq Ahmed Murder Case: बाहुबली अतीक अहमद की 15 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई. अतीक अहमद के तार दिल्ली (Delhi) से भी जुड़े थे. अतीक अहमद को पहली बार 2005 में बसपा (BSP) विधायक राजू पाल (Raju Pal) की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की ओर से प्रीतमपुरा (Pritampura) के गालिब अपार्टमेंट से 2008 में गिरफ्तार किया गया था. उस समय अतीक सांसद हुआ करते थे और राजू पाल हत्याकांड में फरार चल रहे थे.


पुलिस के एक सूत्र ने कहा कि अतीक अहमद गालिब अपार्टमेंट में छिपा हुआ था. हमें एक गुप्त सूचना मिली और उसे पकड़ने के लिए टीम बनाई गई. 31 दिसंबर, 2008 को लगभग 4 बजे शाम को हमने गालिब अपार्टमेंट के बाहर जाल बिछाया. अतीक अहमद अपनी होंडा सिटी कार में भागने ही वाला था कि तभी उसे पकड़ लिया गया.


'यूपी पुलिस भी अतीक को पकड़ने के लिए कर रही थी छापेमारी'


सूत्र ने कहा कि राजू पाल की हत्या के बाद, यूपी पुलिस भी अतीक अहमद को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही थी. स्पेशल सेल ने अतीक अहमद के शूटर के सेलफोन का पता लगाया था, जिससे आखिरकार दिल्ली में उसके ठिकाने तक पहुंचे. सूत्र ने कहा कि पहले पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी कि अतीक अहमद जामा मस्जिद इलाके में छिपा हुआ है और तदनुसार एक पुलिस दल वहां भेजा गया था, लेकिन तब तक वह अपना ठिकाना बदल चुका था.


'पुलिस ने पीछा कर अतीक अहमद की कार रोका था'


पुलिस सूत्र ने कहा, "फिर हमें सूचना मिली कि अतीक अहमद गालिब अपार्टमेंट में किसी से मिलने आ रहा है. पुलिस की दस टीमों ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपार्टमेंट को घेर लिया कि वह भाग न जाए. शाम 4 बजे, अतीक अहमद बाहर आया और होंडा सिटी कार में सवार हो गया. इंस्पेक्टर गोविंद शर्मा, सुभाष वत्स और सब-इंस्पेक्टर विनय त्यागी ने कुछ दूर पीछा करने के बाद अतीक अहमद की कार को अपनी कार से रोक लिया." सूत्र ने दावा किया, "जैसे ही हमने उसके माथे पर बंदूक रखी, अतीक अहमद ने अपनी पैंट में पेशाब कर दिया." इसके बाद अतीक को स्पेशल सेल के लोधी कॉलोनी कार्यालय ले जाया गया. उसने तिहाड़ जेल में भी एक रात बिताई.


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