Atishi Reaction On Swati Maliwal: दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट मामले में शनिवार को दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा, "बीजेपी और केंद्र सरकार विपक्ष के नेताओं को अपनी जांच एजेंसियों के माध्यम से ब्लैकमेल कर अपने साथ मिला लेती है. स्वाति मालीवाल जी के मामले में भी यही हो रहा है." 


आतिशी के मुताबिक स्वाति मालीवाल के खिलाफ ACB की जांच चल रही है. BJP ने चुनाव के समय उन्हें मोहरा बनाया है. वह BJP के नेताओं से संपर्क में थीं. दिल्ली पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच करे तो सब साफ हो जाएगा.


 






बीजेपी पर लगाए ये आरोप 


आतिशी ने आगे कहा, 'बीजेपी हर काम स्पष्ट तौर करती है. ​वो, ईडी को विपक्षी नेताओं के पीछे स्पष्ट तौर पर लगाती है. सीबीआई को भी लगाती है. आईटी को भी नेताओं के पीछे लगाती है. 


अगर बीजेपी इस तरह का षडयंत्र नहीं करती, तो प्रफुल्ल पटेल कैसे बीजेपी में शामिल होते. महाराष्ट्र के नेता छगन भुजबल कैसे बीजेपी में शामिल होते. एनसीपी नेता अजीत पवार, कांग्रेस के पूर्व नेता और वर्तमान में असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा कैसे बीजेपी में शामिल होते. 


दबाव में  लेकर मालीवाल को फंसाया


बीजेपी पहले सीबीआई, ईओडब्लू, ईडी, आईटी, एसीबी व अन्य जांच एजेंसियों को यूज कर विपक्षी नेताओं को दबाव में लेती है. फिर, उन्हें पार्टी शामिल करा लेती है. स्वाति मालीवाल के मामले में भी ऐसा ही हुआ है. उन्हें अपने पक्ष में करने के लिए बीजेपी ने यही फार्मूला अपनाया. जांच एजेंसियों के माध्यम से मालीवाल जी से षडयंत्र रचा गया. फिर, बीजेपी लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें मोहरा बनाया. 


उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अगर इसकी निष्पक्ष जांच हो जाए तो स्वाती मालीवाल कब, कहां और क्यों, किस-किस से मिलीं और वह किनके संपर्क में थीं, तो सच सामने आ जाएगा. दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.


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