Arvind Kejriwal News: दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में जारी सियासी आरोप-प्रत्यारोप के बीच रविवार (15 सितंबर) को सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया. उनके इस ऐलान के बाद से सभी भौंचक्के हैं. जबकि बीजेपी और कांग्रेस ने दिल्ली के सीएम के इस फैसले पर कई सवाल उठाए हैं. इस बीच दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने यह पूछे जाने पर कि सीएम ने विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की की सिफारिश क्यों नहीं की? इसका जवाब देते हुए आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और मंत्री आतिशी ने कहा कि ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है.


उन्होंने कहा, "किसी भी विधानसभा का अगर छह महीने से कम का कार्यकाल रह जाता है, तो केंद्र सरकार और चुनाव आयोग कभी भी चुनाव करवा सकता है, इसलिए दिल्ली विधानसभा को भंग करने की सिफारिश करने आवश्यकता नहीं है."






अब सीएम करेंगे लोगों से संवाद 


दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि कथित आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आ गए हैं. अब वह दिल्ली के हर क्षेत्र का दौरान करेंगे. इस दौरान वह लोगों से अलग-अलग मुद्दों पर संवाद करेंगे.


आतिशी से मीडियाकर्मियों ने रविवार को ये सवाल आतिशी से सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा दो दिन बाद (17 सितंबर) अपने पद से इस्तीफा देने के ऐलान के बाद पूछा था. इससे आम आमदी पार्टी की सियासी रणनीति का खुलासा करते हुए अरविंद केजरीवाल ने सबको चौंका दिया था. 


दरअसल, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के नेता 21 मार्च को ईडी द्वारा ​अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के बाद से लगातार सवाल उठा रहे थे कि सीएम अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं देते. अभी तक आप की ओर से इसका जवाब जवाब यही मिल रहा था कि उन्हें इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है, लेकिन 15 सितंबर को उन्होंने इस्तीफा देने की घोषणा कर, दिल्ली की राजनीति में एक तरह से भूचाल ला दिया. 


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