Atishi Pani Satyagraha: दिल्ली में पानी संकट के खिलाफ जल मंत्री आतिशी का लगातार तीसरे दिन भी जारी है. हरियाणा से उचित मात्रा में पानी छोड़ने की मांग को वह अनिश्चितकालीन अनशन पर शुक्रवार से ही बैठीं हैं. भूख हड़ताल की वजह से आतिशी की तबीयत बिगड़ने के संकेत मिले हैं. 


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक आतिशी के शुगर लेवल में शनिवार को 16 यूनिट की गिरावट आई है. साथ ही उनका रक्तचाप और वजन भी कम हो गया है. 


बीपी और वजन में भी आई कमी 


दिल्ली सरकार की ओर से 22 जून को जारी एक बयान में कहा गया है कि भूख हड़ताल के दूसरे दिन आतिशी का रक्तचाप 119/79 एमएमएचजी, रक्त शर्करा 83 एमजी/डी, वजन 65.1 किलोग्राम और ऑक्सीजन का स्तर 98 था.


चिकित्सकों का कहना है कि यदि भूख हड़ताल जारी रही तो रक्त शर्करा के स्तर में तेजी से गिरावट होना खतरनाक है. शर्करा का स्तर और कम हो जाएगा तथा इससे शरीर में कीटोन का स्तर बढ़ सकता है. 


पानी मिलने तक जारी रहेगा भूख हड़ताल


वहीं, आतिशी के हवाले से कहा गया है कि चाहे हमें कितना भी दर्द क्यों न सहना पड़े, भूख हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक दिल्ली के लोगों को पानी का उचित हिस्सा नहीं मिल जाता. दिल्ली पीने के पानी की आपूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा पर निर्भर है. 


100 एमजीडी कम पानी की आपूर्ति 


आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि दिल्ली को प्रतिदिन आपूर्ति किए जाने वाले 1,005 एमजीडी पानी में से शहर को हरियाणा से 613 एमजीडी पानी मिलना चाहिए, लेकिन 513 एमजीडी से भी कम पानी मिल रहा है. 


आतिशी ने शुक्रवार (21 जून 2024) को दक्षिणी दिल्ली के भोगल में 'पानी सत्याग्रह' शुरू किया था. उन्होंने दावा किया है कि हरियाणा ने भीषण गर्मी के बीच यमुना के पानी में दिल्ली का हिस्सा घटाकर 513 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) कर दिया है, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में 28 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो रहे हैं. 


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