Delhi Liquor Policy Case: आतिशी के ट्वीट ने बढ़ाई सियासी हलचल, शराब घोटाले को लेकर करेंगी बड़ा खुलासा
Delhi Liquor Scam: सीएम केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी के ट्वीट ने दिल्ली में नये सिरे से सियासी हलचल बढ़ा दी है.
Delhi Liquor Policy Case: दिल्ली आबकारी नीति मामले (Delhi Excise Policy Case) को लेकर पिछले कई माह से आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच घमासान जारी है. इस बीच दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी (Atishi) ने रविवार दोपहर 12 बजकर 30 मिनट शराब घोटाला मामले में बड़ा खुलासा करने का एलान कर सबको चौंका दिया है.
आतिशी के ट्वीट ने दिल्ली में नये सिरे से सियासी हलचल बढ़ा दी है. उनके इस ट्वीट के बाद से लोगों में इस बात की चर्चा है कि आखिर आतिशी अब इस मामले में क्या खुलासा करेंगी. दूसरी तरफ बीजेपी ने सीएम अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ 'झूठ कहीं का' अभियान को और तेज कर दिया है. इस अभियान के तहत बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता दिल्ली के सीएम के 45 करोड़ के आवास सहित भ्रष्टाचार के कई अन्य मामलों के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
इससे पहले आतिशी ने एलजी पर साधा था निशाना
दिल्ली के ग्रेटर कैलाश से विधायक आतिशी केजरीवाल सरकार में मंत्री बनने के बाद से शराब घोटाला मामले और सीएम अरविंद केजरीवाल आवास विवाद को लेकर केंद्र सरकार, एलजी और बीजेपी के खिलाफ लगातार आक्रामक हैं. इससे पहले उन्होंने सीएम आवास विवाद को लेकर दिल्ली के मुख्य सचिव को जारी पत्र और सीएम आवास से संबंधित सभी फाइल अपने कब्जे लेने को लेकर भी कहा था कि एलजी के पास इसका संवैधानिक अधिकार नहीं है. उन्होंने ऐसा का संविधान का उल्लंघन किया है. अब उन्होंने आबकारी मामले में नया खुलासा कर सभी को इस मसले पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है.
MCD में चरमराई व्यवस्था के लिए बीजेपी जिम्मेदार
दो दिन पहले उन्होंने एमसीडी स्कूलों की स्थिति को लेकर दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय के साथ बैठक की थी. समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने कहा था कि एमसीडी के शिक्षकों को अब समय से वेतन मिलेगा. साथ ही दिल्ली सरकार के स्कूलों की तरह एमसीडी स्कूलों को भी सुभी सुविधाओं से लैश किया जाएगा. ताकि एमसीडी के स्कूल भी मॉडल स्कूल में तब्दील हो सकें. एमसीडी स्कूलों की चरमराई व्यवस्था के लिए उन्होंने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया था.
यह भी पढ़ें: Wrestlers Protesting: पुलिस से झड़प के बाद पहलवानों के आंदोलन में नया मोड़, चप्पे-चप्पे पर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था