Ayushman Bharat Yojana in Delhi: दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार आयुष्मान भारत योजना को लागू करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है. 10 अप्रैल को दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच इस योजना को लेकर MoU (समझौता ज्ञापन) साइन किया जाएगा. इसके बाद एक महीने के अंदर एक लाख लोगों का इस योजना के तहत एनरोलमेंट किया जाएगा.
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने इस योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू कर दिए हैं, ताकि इसकी सफलता को सुनिश्चित किया जा सके.
मोहल्ला क्लीनिक पर सरकार का नया प्लान
दिल्ली में चल रहे मोहल्ला क्लीनिक की स्थिति और उनके भविष्य को लेकर सरकार ने एक बड़ा निर्णय लिया है. जो मोहल्ला क्लीनिक किराए पर चल रहे हैं, उनके भविष्य पर पुनर्विचार किया जाएगा. वहीं, जिन क्लीनिक की जमीन का मालिकाना हक सरकार के पास है, उन्हें और बेहतर बनाया जाएगा. इसके अलावा, लगभग 159 मोहल्ला क्लीनिक जो ठीक से काम नहीं कर रहे, उन्हें बंद कर दिया जाएगा.
सरकार अब मोहल्ला क्लीनिक के बजाय नई डे-केयर सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जो मरीजों को बेहतर और व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं देने में सक्षम होंगी.
मोहल्ला क्लीनिक बनाम डे-केयर सेंटर
दिल्ली सरकार जल्द ही जनता को मोहल्ला क्लीनिक और नई डे-केयर सुविधाओं के बीच का अंतर दिखाएगी. सरकार का मानना है कि मोहल्ला क्लीनिक की जगह डे-केयर सेंटर अधिक प्रभावी होंगे, क्योंकि इनमें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी और ज्यादा मरीजों को कवर किया जा सकेगा. यहां नई तकनीक और आधुनिक उपकरणों से इलाज संभव होगा. आयुष्मान भारत योजना से दिल्ली के लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा.
5 लाख तक का मुफ्त इलाज
दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना लागू होने से गरीब और जरूरतमंद लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल सकेगा. यह योजना उन लोगों के लिए वरदान साबित होगी, जो महंगे अस्पतालों में इलाज कराने में सक्षम नहीं हैं. सरकार का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस योजना का लाभ मिले.
अब देखना यह होगा कि दिल्ली सरकार की नई स्वास्थ्य रणनीति किस तरह से स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाती है. हालांकि, इतना तय है कि आने वाले दिनों में दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं.