Bageshwar dham baba controversy: बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishn Shastri) के दावों-प्रतिदावों से जुड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. यह मसला पिछले कई दिनों से सुर्खियों में है. अब बागेश्वर बाबा (bageshwar baba) के चाचा स्वामी प्रसाद गर्ग ने दावा किया है कि कुछ साल पहले बनारस में एक साधु ने कहा था कि आपके परिवार का एक लड़का कुछ दिनों में देश और दुनिया में चमकेगा. मुझे तो अब पता चला कि वो लड़का तो हमारा ये धीरेंद्र ही है. यह बनारस के साधु के भविष्यवाणी का वही लड़का निकला. धीरेंद्र के चाचा स्वामी प्रसाद गर्ग ने उनकी ठठरी के बंधे शब्द का अर्थ भी बताया और कहा कि उनका लड़कपन है जो आने वाले दिनों में गंभीरता आएगी तो ठीक हो जाएंगे..टिक टेक.
दरअसल, यह मसला पंडित धीरेंद्र शास्त्री के नागपुर दौरे से जुड़ा है. हाल ही में उन्होंने महाराष्ट्र के नागपुर में अपना दिव्य दरबार लगाया था. इस दरबार को लेकर अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक और नागपुर की जादू-टोना विरोधी नियम जनजागृति प्रचार-प्रसार समिति के सह-अध्यक्ष श्याम मानव ने लोकल पुलिस को शिकायत की थी. श्याम मानव ने कहा था कि नागपुर में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा 5 से 13 जनवरी होनी थी. आमंत्रण पत्र और पोस्टर में भी 13 जनवरी तक कथा का जिक्र था लेकिन कथा पूरी करने के दो दिन पहले ही वे नागपुर से चले गए. श्याम मानव ने अपनी शिकायत में बागेश्वर बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार को डर का दरबार बताया. इसके साथ ही उन्होंने कार्रवाई की मांग पुलिस से की.
समिति ने दी थी कौन सी चुनौती?
2 दिन पहले नागपुर से निकल लिए बागेश्वर बाबा
अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक श्याम मानव का कहना है कि समिति अपने 10 लोगों को धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के सामने लेकर जाती. उन्हें अपने अंतर ज्ञान से उनके बारे में बताना था. इसमें उनका नाम, नंबर, उम्र और उनके पिता का नाम बताना था. उन्होंने कहा कि अगर बागेश्वर बाबा उनके सवालों का 90 प्रतिशत रिजल्ट भी दे देते तो समिति उन्हें 30 लाख रुपए का इनाम देती. श्याम मानव के मुताबिक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने चुनौती नहीं स्वीकारी और दो दिन पहले ही नागपुर से रफू चक्कर हो गए.
समिति की चुनौती का धीरेंद्र शास्त्री ने दिया था ये जवाब
बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नागपुर की समिति की चुनौती को स्वीकार करते हुए उनके 30 लाख रुपए के ऑफर को भी ठुकरा दिया. उन्होंने कहा कि वे फ्री में ही उनके सभी सवालों के जवाब देंगे. बस इसके लिए समिति के सदस्यों को रायपुर में 20 और 21 जनवरी को होने वाले दरबार में पहुंचना होगा. उनके आने-जाने का खर्च भी हम देंगे, लेकिन समिति के प्रो. श्याम मानव ने रायपुर आने से इनकार कर दिया.
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