Bageshwar Dham: दिल्ली में बागेश्वर धाम के समर्थन में लोगों के साथ सड़क पर उतरे BJP नेता कपिल मिश्रा, जानें- धीरेंद्र शास्त्री पर क्या कहा?
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) को लेकर विवाद जारी है. अब उनके समर्थन में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) भी आ गए हैं.
Protest In Support of Bageshwar Dham in Delhi: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) को लेकर विवाद जारी है. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने के आरोप लग रहे हैं. कोई पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का विरोध कर रहा है, तो कई लोग उनके समर्थन में भी हैं. इसी कड़ी में दिल्ली में भी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थन में लोग सड़कों पर उतर आए. बीजेपी (BJP) नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का समर्थन करते हुए कहा है कि कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है कि बागेश्वर महाराज धर्म परिवर्तन और लव जिहाद क्यों रोक रहे हैं, घर वापसी क्यों करा रहे हैं? वे लोग आरोप लगा रहे हैं.
कपिल मिश्रा ने कहा, "क्रिसमस के दिन जब बागेश्वर महाराज ने आदिवासी भाइयों और बहनों की घर वापसी कराई थी, तब तक कोई आरोप नहीं लग रहे थे और किसी के पेट में दर्द नहीं हो रहा था. इसलिए हमें पता है कि विरोध क्यों हो रहा है और हमारा कर्तव्य है कि हम समर्थन करें." वहीं शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को जोशीमठ आकर धसती जमीन रोक कर दिखाने की चुनौती दी है, इस पर कपिल मिश्रा ने कहा कि उन्होंने कोई चमत्कार का दावा नहीं किया है.
'देश में हिंदू बाबाओं के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान'
वहीं इस मामले को लेकर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी लगातार बयान दे रहे हैं. उन्होंने कुछ दिनों पहले कहा था, "भारत में चादर चढ़ाना और कैंडल जलाना तो आस्था है, लेकिन अर्जी का नारियल बांधना अंधविश्वास है. पता नहीं लोग इतना दोगलापन कहां से लाते हैं. उन्होंने कहा कि देश में हिंदू बाबाओं के खिलाफ खास अभियान चलाया जा रहा है. इसी के चलते उन्हें भी निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन वे इससे नहीं डरते."
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर ये है आरोप
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के नागपुर में श्रीराम चरित्र-चर्चा का आयोजन हुआ था, जहां धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दरबार लगा था. इस दौरान अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर जादू-टोने और अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया था. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर दिव्य दरबार और प्रेत दरबार की आड़ में जादू-टोना को बढ़ावा दिए जाने का आरोप था.