Delhi News: मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और बिहार के बाद अब देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में भी बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shahtri) की कथा का आयोजन किया जाएगा. रविवार को प्रबंध समिति की बैठक में इस फैसले पर मुहर लग गई है. जानकारी के मुताबिक, 5 से 8 जुलाई तक दिल्ली में और 10 से 16 जुलाई तक ग्रेटर नोएडा में कथा का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान बैठक में श्रद्धालुओं की व्यवस्था को लेकर भी चर्चा की गई, जिसमें सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) भी मौजूद रहे.
बिहार में उमड़ी थी लाखों की भीड़
हाल ही में बागेश्वर धाम सरकार की कथा का बिहार में समापन हुआ है. इस दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कई ऐसे बयान दिए जो सुर्खियों में रहे हैं. उन्होंने कहा, 'हिंदू राष्ट्र का संकल्प बिहार से पूरा होता दिख रहा है. बिहार की आबादी करीब 12 से 13 करोड़ है. यदि सिर्फ 5 करोड़ लोग ही अपने मस्तक पर तिलक लगाकर निकले और अपने घरों पर धर्म ध्वज लगा लें तो भारत हिंदू राष्ट्र बनने की तरफ अग्रसर हो जाएगा. अगर आपके घर के बाहर धर्म ध्वज रहेगा तो हनुमान जी स्वयं आपकी रक्षा करेंगे. अपनी संस्कृति बचाने का आह्वान करते हुए कहा कि मैं तो प्राण दांव पर लगाकर तुम्हे जगाने आया हूं. जब तक तुमलोग जग नहीं जाओगे, तब तक हम तुझे जगाते ही रहूंगा. मस्तक पर तिलक और घर के बाहर ध्वज हर एक सनातनी को लगाना चाहिए. अगली बार वह जब भी बिहार कथा करने आए तो बिहार राममय नजर आए. उल्लेखनीय है कि धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने के लिए लाखों लोग पहुंचे थे.'
विवादित बयानों से बाबा का पुराना नाता
बागेश्वर धाम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पटना में आयोजित हनुमंत कथा का एक वीडियो भी शेयर किया था, जिसमें लोगों की भारी भीड़ नजर आ रही थी. इसमें धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भजन गाते दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो के साथ एक भोजपुरी गीत बज रहा है. यह गीत 'दबंगों के दबंग, जीत लेला हर जंग. सारी दुनिया में बा तोहरे बोलबाला हो, जिया-जिया हो बिहार के लाला' है. आपको बताते चलें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में 26 साल के बाबा का दिव्य दरबार लगता है. जहां धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री है अपने निराले अंदाज में पर्चे पर भक्तों के सवाल लिखते हैं और उनकी समस्या का समाधान बताते हैं. सनातन धर्म की बातें करने वाले ये बाबा केंद्रीय मंत्रियों को आर्शीवाद देने के साथ विवादित बयान भी देते हैं. बात चाहे छत्तीसगढ़ में हुई कथा की, महाराष्ट्र की हो, राजस्थान की हो या फिर बिहार की, पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा हर बार विवादों में रही है. जानकारों का कहना है कि दिल्ली में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल सकता है.
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