Greater Noida News: पिछले नौ जुलाई से ग्रेटर नोएडा में बाबा बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का श्रीमद्भागवत कथा जारी है. गुरुवार को उन्होंने अपने भक्तों से कथा के दौरान पूछा कि- आप लोग इतनी बड़ी संख्या में आये हो. मेरी बात मानोगो, सच में मानोगे. जवाब हां, में मिलने पर उन्होंने कहा कि तो फिर दो शर्त है. पहली शर्त यह है कि आज के बाद हमारी चक्कर में न पड़ना. दूसरी शर्त यह है कि आज से हनुमान को मानना छोड़ दो, उन्हें हमेशा के लिए पूजना छोड़ दो, हनुमान मंदिर जाना बंद कर दो या आज से बागेश्वर हनुमान जी के ऊपर खुद को छोड़ दो. बस, दो में से एक काम करो. 


इससे आगे उन्होंने अपने भक्तों से कहा कि अगर तुमने अपने आपको बागेश्वर बालाजी पर छोड़ दिया, तो जाओ, हम तुम्हें शपथ लेकर कह सकते हैं कि तुम्हें आज के बाद जीवन में कभी पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ऐसा इसलिए कि हनुमत सेई सब सुख करई. यानी जो हनुमान की सेवा करेगा, उन पर विश्वास करेगा, वही सुखी जिंदगी जीएगा. इसके सिवाय और कोई विकल्प नहीं है. जो ऐसा नहीं करेगा, वो केवल इधर-उधर भटकता रहेगा. 



मस्तक पर तिलक लगाओ, ओम बागेश्वराय नम: का जाप करो


बाबा बागेश्वर धाम के महाराज ने कथा में पहुंचे लोगों से कहा कि दिल्ली और ग्रेटर नोएडा के पागलों, हनुमान जी की चरण-शरण पकड़ लो. तुम्हें फिर पीछे लौटकर नहीं देखना होगा. अपने-अपने मस्तक पर तिलक लगाओ. ओम बागेश्वराय नम: का जाप शुरू कर दो. ऐसा करने पर जब-जब समस्याएं आपके समझ आएंगी, आपको भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बाबा बागेश्वर जी महाराज तुम्हारे जीवन में संकट मोचक बनकर नैया पार लगाते रहेंगे. 


इसलिए बाबा का लगता है दरबार


इससे आगे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमारा तो मानना है  कलियुग में बाबा बागेश्वर महाराज भक्तों का दूख दूर करने के लिए ही प्रकट हुए हैं. जो यह कहते हैं, भगवान नहीं होते, दिव्य शक्त्यिां नहीं होतीं, तो इसका जवाब मैं दे दूं, ये सब झूठ कपोल कल्पना है. ये सब अंधविश्वास है. ऐसे लोगों के मुंह तमाचा मारने के लिए ही बाला जी दरबार लगता है. एक बात और बता देता हूं, सनातन धर्म को छोड़कर दुनिया के किसी भी धर्म में बाला जी का सामना करने की क्षमता नहीं है. 


यह भी पढ़ें: Delhi Flood: केजरीवाल ने बाल्टी से पानी क्यों नहीं निकाला? गौतम गंभीर पर AAP का पलटवार, क्रिस गेल का भी हुआ जिक्