Bakrid 2024 Date: बकरीद से पहले प्रमुख जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने गुरुवार (13 जून) को मुसलमानों से बड़ी अपील की. प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि ईद-उल-अजहा पर कुर्बानी देते समय सरकारी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करें.
कुर्बान किए गए जानवरों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा नहीं करें. ईद-उल-अजहा (बकरीद) सोमवार (17 जून) को मनाया जाएगा.
अरशद मदनी ने और क्या कहा?
अरशद मदनी ने कहा, ''इस्लाम में बलिदान का कोई विकल्प नहीं है और यह एक धार्मिक कर्तव्य है जो हर मुसलमान पर अनिवार्य है जिसके लिए यह निर्धारित है.'' मदनी ने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि मुसलमान कुर्बानी देते समय एहतियाती कदम उठाएं.''
उन्होंने कहा, "अगर किसी स्थान पर शरारती तत्व भैंस की बलि देने से भी रोकते हैं तो कुछ समझदार और प्रभावशाली लोगों को प्रशासन को विश्वास में लेना चाहिए और फिर बलि देनी चाहिए."
नालियों में नहीं फेंकने की अपील
अरशद मदनी ने मुसलमानों को ईद-उल-अजहा के मौके पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी और कहा कि कचरे को सड़कों और नालियों में नहीं फेंकना चाहिए बल्कि उन्हें इस तरह से दबा देना चाहिए कि इससे बदबू न फैले.
...तो थाने में शिकायत करें- मदनी
मदनी ने कहा, "हमारी कार्रवाई से किसी को चोट न पहुंचे और सांप्रदायिक तत्वों के किसी भी प्रकार के उकसावे के सामने धैर्य के साथ स्थानीय पुलिस स्टेशनों में मामले की शिकायत दर्ज की जानी चाहिए."
दुनिया भर में मुसलमान देते हैं बलि
दुनियाभर में मुसलमान ईश्वर के प्रति इच्छा और आज्ञाकारिता के प्रतीक के रूप में अपने-अपने देशों में कानून द्वारा अनुमति के अनुसार कुर्बानी देते हैं.
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