Delhi News: राजधानी दिल्ली में एमसीडी औ एनडीएमसी ने 30 सितंबर को प्रस्तावित जी-20 शिखर सम्मलेन के मद्देनजर किसी भी प्रकार की खुदाई पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह रोक 30 सितंबर तक लगाई गई है. यह आदेश उन योजनाओं पर भी लागू होगा, जिनमें खुदाई की इजाजत मिली हुई है. यही वजह है कि कई योजनाओं पर अमल के लिए अभी तक कोई कार्य प्रारंभ नहीं किया गयाहै. एनडीएमसी ने उन ठेकेदारों और एजेंसियों को खोदे गए गड्ढों को समतल करने की हिदायत दी है, जिन्हें विभिन्न कारणों से खोदा गया था.
एमसीडी के इस आदेश के अनुसार किसी भी प्रकार की खुदाई को 30 सितंबर तक मंजूरी नहीं दी जाएगी. खासतौर पर मध्य दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली के इलाकों में जहां जी-20 सम्मेलन को लेकर गतिविधियां या फिर सदस्य देशों के मेहमानों का आवागमन होना है. आपात स्थिति में सक्षम अधिकारी की मंजूरी के बिना भी खुदाई नहीं कि जा सकेगी.
खुदाई की नई मंजूरी पर भी रोक
एमसीडी ने यह फैसला जी-20 सम्मेलन को लेकर होने वाली गतिविधियों को देखते हुए लिया है. जबकि एनडीएमसी ने मॉनसून के दौरान संभावित दुर्घटनाओं के मद्देनजर किया है. इसके अलावा मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप भी न बढ़े. अकसर ऐसा देखा गया है कि खुदाई होने के कारण बारिश के समय मे उसमें पानी भर जाता है, जिससे उसमें मच्छर पनपने लगते हैं और फिर इससे मच्छरजनित बीमारियां उत्पन्न होने लगती है. इस लिए पहले की मंजूरी को रद्द करने के साथ नई मंजूरी ओर भी रोक लगा दी गई है.
मई से 15 सितंबर तक लगाया था रोक
एमसीडी के एक अधिकारी ने बताया कि एमसीडी ने जनवरी महीने में ही आदेश निकाला था. जिसमें जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर हमने सड़कों की खुदाई की इजाजत पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसमें एक 01 से लेकर 15 सितंबर तक सड़कों की कोई खुदाई की अनुमति न देने का निर्णय पहले लिया गया था. बाद में आदेश की समीक्षा करने के बाद हमने जी-20 शिखर सम्मेलन से संबंधित साइटों के आसपास खुदाई की मंजूरी न देने का निर्णय लिया है. साथ ही अन्य स्थानों पर जरूरत के हिसाब से इजाजत दी जाएगी.
बीते दिनों कई हादसे आये सामने, तीन की मौत
पिछले 10 दिनों में विभिन्न कारणों से की गई खुदाई और उसमें पानी जमा होने के कारण कई हादसे सामने आए हैं, जिनमें से एक महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गयी. तीनों ही कारणों में पानी का जमा होना समान कारण रहे. दो की मौत तो पानी मे करंट दौड़ने से हुई, वहीं एक कि मौत गड्ढे में भरे पानी मे डूबने से हो गई.