Bangladesh Reservation Protest: बांग्लादेश में सरकार विरोधी व्यापक प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद भी बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन जारी है और जमकर तोड़फोड़ के साथ ही आगजनी हो रही है. इस पर राज्ससभा सांसद कपिल सिब्बल की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि यदि सत्ता का इस्तेमाल उत्पीड़न के साधन के रूप में किया जाता है या देखा जाता है तो ऐसा परिणाम अवश्यंभावी है या तो आप निर्वासन चाहते हैं या पतन.
बता दें कि पिछले दो दिनों में, शेख हसीना सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शनों में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं. बांग्लादेश में छात्रों का विरोध-प्रदर्शन पिछले महीने विवादास्पद नौकरी आरक्षण योजना के खिलाफ शुरू हुआ था. यह प्रदर्शन बाद में सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया. वर्ष 1971 के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वाले लोगों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी आरक्षण का प्रावधान इस विवादास्पद आरक्षण व्यवस्था के तहत किया गया था.
वहीं बांग्लादेश में सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़कर जाने के बाद हिंसा और अराजकता जारी है. इसी बीच, कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश क्रिकेट टीम पूर्व कप्तान मशरफे मुर्तजा के घर में आग लगा दी है. खुलना डिवीजन के नरैल-2 निर्वाचन क्षेत्र से सांसद मुर्तजा इस साल की शुरुआत में हुए आम चुनाव में लगातार दूसरी बार अवामी लीग के उम्मीदवार के रूप में जीते थे.
स्थानीय मीडिया ने बताया कि शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुर्तजा के घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी. क्रिकेट छोड़ने के बाद उन्होंने 2018 में हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग में शामिल होकर राजनीति में प्रवेश किया और नरैल-2 सीट से सांसद चुने गए.
शेख हसीना सोमवार शाम गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं. वह बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से आई थीं. बांग्लादेश में हजारों प्रदर्शनकारियों ने ढाका में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास गणभवन पर हमला कर तोड़फोड़ की. कई रिपोर्ट में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन रवाना होंगी.