CTI on Bangladesh: पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार को लेकर भारतीय व्यापारियों में गुस्सा बढ़ रहा है. चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने चेतावनी दी है कि अगर बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले नहीं रुके, तो देश के व्यापारी बांग्लादेश के साथ सभी व्यापारिक गतिविधियां बंद कर देंगे. बांग्लादेश में अल्पसंख्यक और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को देखते हुए चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने ये फैसला लिया है.
CTI के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि 2023-24 में भारत और बांग्लादेश के बीच 1.18 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हुआ. व्यापारियों ने सरकार से अपील की है कि बांग्लादेश पर आर्थिक दबाव बनाकर उनकी सरकार को अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचार रोकने पर मजबूर किया जाए.
बृजेश गोयल ने कहा कि जैसे चीन के साथ व्यापारिक बहिष्कार से सकारात्मक परिणाम मिले. वैसे ही बांग्लादेश को सबक सिखाने के लिए कठोर कदम उठाने की जरूरत है.
दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध
भारत बांग्लादेश को चावल, पेट्रोलियम उत्पाद और बिजली जैसे कई महत्वपूर्ण उत्पाद निर्यात करता है, जबकि बांग्लादेश से सूती कपड़े, मसाले, और हिलसा मछली का आयात होता है. लाजपत नगर मार्केट के अध्यक्ष कुलदीप अरोड़ा का कहना है कि अगर सरकार सस्ती जमीन और प्रोत्साहन दे, तो भारत में गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित की जा सकती हैं.
इससे बांग्लादेश की निर्भरता कम होगी और देश के कामगारों को रोजगार मिलेगा. CTI का यह कदम बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है, जिससे वहां की सरकार हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार रोकने पर मजबूर होगी.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को देखते हुए देशभर में बांग्लादेश को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. तमाम राजनीतिक पार्टियां केंद्र सरकार को बांग्लादेश सरकार पर दवाब बनाने और हिंसा को रोकने के लिए कह रही है. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर वहां का प्रशासन भी ठोस कदम नहीं उठा रहा है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली चुनाव के लिए AAP की दूसरी लिस्ट, मनीष सिसोदिया की सीट बदली, अवध ओझा को भी टिकट