BBC Documentary Row:  पीएम मोदी पर बनाई गई बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री फिल्म पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. दरअसल दिल्ली विश्वविद्यालय स के छात्रों ने विश्वविद्यालय के कैंपस में इस डॉक्यूमेंट्री  की स्क्रीनिंग की थी, जिस पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी आपत्ति जताई है. 27 जनवरी की शाम दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में आर्ट फैकल्टी के पास कुछ छात्रों ने इसकी स्क्रीनिंग के आयोजन को लेकर हंगामा किया था. इस हंगामे के बाद उस क्षेत्र में दिल्ली पुलिस द्वारा धारा 144 लागू कर दी गई थी और प्रदर्शन करने वाले 24 छात्रों को हिरासत में लिया गया था. 


विश्वविद्यालय प्रशासन ने गठित की कमेटी
27 जनवरी को दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में आर्ट्स फैकल्टी के पास हुए हंगामे की जांच को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छह सदस्यीय एक कमेटी गठित की गई है जो इस पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच कर कुलपति के समक्ष 30 जनवरी की शाम 5:00 बजे तक अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने छात्रों से परिसर में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.


पीएम मोदी पर बनाई गई बीबीसी डॉक्युमेंट्री की दिल्ली विश्वविद्यालय समेत देश के कुछ अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों में छात्रों द्वारा स्क्रीनिंग की जा रही है जिसको लेकर तमाम विश्वविद्यालय प्रशासन कड़ी आपत्ति जता रहे हैं. जब दिल्ली विश्वविद्याय के छात्रों को स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं दी गई तो उन छात्रों ने फैकल्टी के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.


डॉक्यूमेंट्री को लेकर क्या है विवाद
बता दें कि बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री 'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' को लेकर छिड़ा विवाद देश की यूनिवर्सिटीज तक पहुंच गया है. जेएनयू, जामिया समेत कई यूनिवर्सिटीज में डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर बवाल हो रहा है. ये डॉक्यूमेंट्री साल 2002 के गुजरात दंगों पर आधारित है जब नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे.  


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