BBC Documentary Row: बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग विवाद पर Jamia की वाइस चांसलर बोली- 'यूनिवर्सिटी के अंदर कुछ नहीं हुआ'
जामिया यूनिवर्सिटी (JMI) की कुलपति नजमा अख्तर (Najma Akhtar) ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर पहले कहा था कि हम विश्वविद्यालय में कोई गड़बड़ी नहीं चाहते. हम शांति और सद्भाव बनाए रखना चाहते हैं.
![BBC Documentary Row: बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग विवाद पर Jamia की वाइस चांसलर बोली- 'यूनिवर्सिटी के अंदर कुछ नहीं हुआ' BBC Documentary Row Jamia Millia Islamia University Vice Chancellor Najma Akhtar Said Nothing happens inside Campus BBC Documentary Row: बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग विवाद पर Jamia की वाइस चांसलर बोली- 'यूनिवर्सिटी के अंदर कुछ नहीं हुआ'](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/26/8aece24226cfdfa51969323d6cd6132c1674726477651367_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
BBC Documentary Row in Jamia University: जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia Islamia University) में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री 'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' की स्क्रीनिंग को लेकर विवाद अभी भी थमा नहीं है. अब इस मामले को लेकर जामिया यूनिवर्सिटी की कुलपति नजमा अख्तर (Najma Akhtar) ने कहा कि हमारी यूनिवर्सिटी के अंदर कुछ नहीं हुआ, एक कोशिश की गई, लेकिन उसे पूरी तरह नाकाम कर दिया गया. उन्होंने कहा कि जो हुआ, सड़कों पर हुआ. यह एक छोटी सी घटना थी, जिसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया. हमारे एहतियाती उपाय अच्छे थे.
इससे पहले जामिया यूनिवर्सिटी की कुलपति नजमा अख्तर ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को परिसर में दिखाने की घोषणा करने वाले छात्र समूह पर 'शांति और सद्भाव को बिगाड़ने' का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि वह विश्वविद्यालय में इस तरह के आचरण की अनुमति नहीं देंगी. उन्होंने कहा, "हम परिसर में कोई गड़बड़ी नहीं चाहते. हम विश्वविद्यालय में शांति और सद्भाव बनाए रखना चाहते हैं, जहां छात्र पढ़ाई कर रहे हैं और परीक्षाएं दे रहे हैं."
'जामिया में शांति और सद्भाव को बिगाड़ना एसएफआई का मकसद'
नजमा अख्तर ने आगे कहा, "एसएफआई जैसा एक छोटा समूह, जिसका कोई अनुयायी नहीं है, विरोध प्रदर्शन कर रहा है. हम इस तरह के आचरण को स्वीकार नहीं करते हैं. उनका मकसद परिसर में शांति और सद्भाव को बिगाड़ना है. मैं किसी भी कीमत पर इस तरह के व्यवहार की अनुमति नहीं दूंगी." यह पूछे जाने पर कि क्या प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी? उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में रिपोर्ट मांगेंगी और यदि जरूरी हुआ तो छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
एसएफआई ने 70 छात्रों को हिरासत में लेने का किया था दावा
आपको बता दें कि वाम समर्थित छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने घोषणा की थी कि वह बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को शाम छह बजे जामिया मिल्लिया इस्लामिया परिसर में दिखाएगा. हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई और हम ऐसा नहीं होने देंगे. इसके एसएफआई ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने 70 से अधिक ऐसे छात्रों को हिरासत में लिया था. गौरतलब है कि केंद्र ने हाल ही में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के लिंक को सोशल मीडिया मंचों से हटाने को कहा था.
यह भी पढ़ें- Delhi Mayor Election: सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची MCD की लड़ाई, AAP की मेयर उम्मीदवार शैली ओबेरॉय ने दाखिल की याचिका
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/e4a9eaf90f4980de05631c081223bb0f.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)