Delhi MCD Mayor Election: मेयर चुनाव से पहले पीठासीन अधिकारी के नाम पर होगा फैसला, जानें इस बार किसका पलड़ा भारी?
Delhi Mayor Election: एमसीडी मेयर का चुनाव 26 अप्रैल को होगा. उससे पहले पीठासीन अधिकारी का नाम एक से दो दिन में तय होने की उम्मीद है.
MCD News: दिल्ली नगर निगम मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर एक बार फिर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. आप और बीजेपी के प्रत्याशियों ने अपने-अपने पदों के लिए नामांकन दाखिल कर दिए हैं. वेरीफिकेशन और नाम वापस लेने का काम अभी बाकी है. आगामी एक से दो दिन में यह काम पूरा हो जाएगा, लेकिन मेयर चुनाव से पहले एक बार पीठासीन आधिकारी को लेकर एमसीडी में माथापच्ची का दौर शरू हो गया है. इस पद को लेकर दोनों तरफ से अपने-अपने पार्षदों को पीठासीन अधिकारी बनाने को लेकर जोर आजमाइश जारी है.
इससे पहले हुए मेयर चुनाव में पीठासीन अधिकारी को लेकर बहुत बवाल मचा था. एलजी विनय सक्सेना ने पिछली बार बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया था. उनपर दो माह पहले हुए मेयर चुनाव में दौरान बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप गया था. इस बार आम आदमी पार्टी सत्ता पर काबिज है. एमसीडी निगम सचिव प्रभावी भूमिका में आ गए हैं. पीठासीन अधिकारी तय करने को लेकर इस बार एलजी की भूमिका सीमित है. हालांकि, अंतिम रूप से वही पीठासीन अधिकारी के नाम पर मुहर लगाएंगे.
AAP पार्षद का पीठासीन अधिकारी बनना लगभग तय
एमसीडी में इस बार आप नेता अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर पार्टी पार्षद को पीठासीन अधिकारी बनवा सकते हैं. ऐसा इसलिए कि इस बार निगम सचिव संभावित नाम एलजी के पास स्वीकृति के लिए भेजेंगे. निगम सचिव इस बार निवर्तमान मेयर शैली ओबेरॉय के प्रभाव में बताए जा रहे हैं. इसलिए आप के पार्षद को इस बार पीठासीन अधिकारी बनना तय है. यानी बीजेपी इस बार खेल करने की स्थिति में नहीं है. बताया जा रहा है कि निगम सचिव आज एलजी के पास पीठासीन अधिकारी के लिए प्रस्तावित पार्षदों का नाम स्वीकृति के भेज देंगे.
नीमा, मुकेश और हेमचंद रेस में सबसे आगे
फिलहाल, मेयर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी पद के लिए जिन वरिष्ठ पार्षदों के नाम पर चर्चा हैं उनमें बीजेपी की ओर से नीमा भगत और आप की ओर से मुकेश और और हेमचंद गोयल का नाम सबसे आगे हैं. नीमा भगत गीता कॉलोनी से बीजेवी पार्षद हैं और वो साल 2017 में ईडीएमसी का महापौर रह चुकी हैं. वह निगम के वरिष्ठतम पार्षदों में से एक हैं. इसके अलावा, एमसीडी में छह बार से पार्षद मुकेश गोयल का नाम भी लिया जा रहा है. मुकेश गोयल निगम में कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे हैं. कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद वो आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे. वर्तमान में वो आदर्श नगर सीट से पार्षद हैं और पीठासीन अधिकारी पद के लिए सबसे प्रभावी दावेदार माने जाते हैं. मुकेश गोयल सियासी जोड़तोड़ में भी माहिर व्यक्ति माने जाते हैं. हेमचंद गोयल मोलरबंद से आप पार्षद हैं. उनका नाम भी पीठासीन अधिकारी बनने की रेस में है. वह भी निगम के वरिष्ठतम नेताओं में से एक हैं.
सियासी समीकरण
बता दें कि चार माह पूर्व यानी साल 2022 में हुए एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी को 250 सीटों में से 134 पर जीत मिली थी. भारतीय जनता पार्टी को 104 सीटों पर कामयाबी हासिल हुई थी. कांग्रेस के निमग में नौ पार्षद हैं. तीन सीटों पर निर्दलीय पार्षद चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे हैं. 14 नामित विधायक और दस सासंद यानी सात लोकसभा और तीन राज्यसभा के सांसद भी मेयर चुनाव में मतदान करेंगे. यानी मेयर चुनाव में कुल 274 सदस्य मतदान करेंगे. आप के पास 150 सदस्यों का समर्थन है.
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