दिल्ली के विधायकों के लिए खुशखबरी, विधानसभा स्पीकर ने किया यह बड़ा ऐलान
Delhi Best MLA Award: दिल्ली में अब विधायकों को 'सर्वश्रेष्ठ विधायक पुरस्कार' से नवाजा जाएगा. विजेता का चयन उपस्थिति, योगदान, भाषण और आचरण पर आधारित होगा.

Delhi Best MLA Award: दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने ऐलान किया है कि अब हर साल विधानसभा में 'सर्वश्रेष्ठ विधायक पुरस्कार' दिया जाएगा. यह पुरस्कार जीतने वाले विधायकों का चयन उनकी उपस्थिति, सार्थक योगदान, भाषण की गुणवत्ता, चर्चाओं में भागीदारी और समग्र आचरण के आधार पर किया जाएगा.
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा में मंगलवार (18 मार्च) को नवनिर्वाचित विधायकों के लिए प्रबोधन कार्यक्रम रखा गया था, जो बुधवार (19 मार्च) तक चला. इसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शिरकत की. इस कार्क्रम में विधायकों के साथ दिल्ली के सभी सात सांसद भी मौजूद रहे. इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि दिल्ली की विधानसभा को 'मॉडल असेंबली' बनाना है.
'दिल्ली को बनाएंगे मॉडल असेंबली'
दिल्ली विधानसभा स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने जानकारी दी कि आने वाले समय में ऐसे ही बहुत सारे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने कहा, "जैसा कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि दिल्ली की असेंबली को मॉडल असेंबली बनाना है, उनके इस मार्गदर्शन को पूरी तरह से फॉलो करेंगे और उनके वचन को पूरा करने का पूरा प्रयास करेंगे."
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा के सभी सदस्यों को विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि इस दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम में विधायिका और विधायी से जुड़े विषयों पर अच्छे व्याख्यान आयोजित किए गए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के भाषण से शुरू हुए इस कार्यक्रम में अच्छे विधायक बनने के गुण, विधायी और बजट प्रक्रिया, प्रश्नकाल, प्रस्ताव और संकल्प, विभिन्न चर्चाओं के विकल्प, समिति व्यवस्था, संसदीय विशेषाधिकार, सूचना एवं सूचना निर्माण जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर विचार विमर्श किया गया.
विधायकों को बताया कैसे याद करें नियम
विजेंद्र गुप्ता ने कहा, "मुझे विश्वास है कि सदस्यों को इस प्रबोधन कार्यक्रम से बहुत लाभ मिला होगा और विधायी कार्यों के बारे में आपको मूलरूप जानकारी मिल गई होगी. खासकर लेजिस्लेटिव टर्मिनोलॉजी के बारे में पता लग गया होगा. यह सही है कि विधायी प्रक्रिया के संबंध में थोड़े से समय में पूरा लाभ प्राप्त करना किसी के लिए संभव नहीं है, क्योंकि यह विषय आसान नहीं है. विधायी नियमों को पढ़ कर सीखने की अपेक्षा हम इन नियमों के उपयोग करने के दौरान सीखा जाए तो बेहतर होता है."
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
