Delhi Crime News: अगर आपके घर मे मेड या नौकर काम करते हैं और आप उस पर भरोसा कर पूरी तरह से निश्चिंत होकर घर मे रह रहे हैं, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है. ऐसा इसलिए देश की राजधानी दिल्ली में मेड या नौकरों पर पूरा भरोसा कर कई लोग भारी नुकसान उठा चुके हैं. कहने का मतलब यह है कि आपके साथ भी ऐसा हो सकता है. पांच दिन पहले ही ग्रेटर कैलाश से एक ऐसा मामला सामने आया है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
दअरसल, साउथ दिल्ली के ग्रेटर कैलाश थाने की पुलिस ने एक घर से गोल्ड और डायमंड ज्यूलरी सहित कैश लूट के मामले में 4 आरोपियों सहित 2 रिसीवरों को गिरफ्तार किया है. लूट के चारों आरोपियों में 3 आरोपी महिला हैं, जिनमें से एक उस घर में काम करती थी. काम करने वाली महिला ने ही लूट की पूरी योजना बनाकर लूट को अंजाम दिलाया.
डीसीपी चंदन चौधरी के मुताबिक इस मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान नरेंद्र कुमार उर्फ विशाल के रूप में हुई है. वह गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में रहता है. वह मूल रुप से ये यूपी के बिजनौर का रहने वाला है. जबकि गिरफ्तार तीनों महिला आरोपियों में झारखंड के गिरिडीह, गाजियाबाद के इंदिरापुरम और दिल्ली में मोती बाग की रहने वाली हैं. इस मामले में पुलिस ने नोएडा के रहने वाले दो रिसीवरों को भी पकड़ा है, जिनकी पहचान अनिल वर्मा और उसके बेटे लक्ष्य वर्मा के रूप में हुई है.
लाखों के सामान बरामद
गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने लूटे गए आभूषणों में से हीरा जड़ित सोने के 2 टॉप्स, हीरे की 1 अंगूठी, सोने का 1 जोड़ी टॉप्स, हीरा जड़ित सोने के 1 जोड़ी कड़े और 5 हजार कैश बरामद किया है.
एसीपी की देखरेख में टीम कर रही है मामले की जांच
डीसीपी ने बताया कि 22 जनवरी को ग्रेटर कैलाश थाने की पुलिस ने जीके-1 के रहने वाले एक शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर लूट का मामला दर्ज किया था. इस मामले में एसीपी चितरंजन पार्क मनु हिमांशु की देखरेख और एसएचओ अजित कुमार के नेतृत्व में एसआई भगवान, एएसआई मेजर हुसैन, हेड कॉन्सटेबल सुनील, संदीप और सुरेंद्र की टीम का गठन किया गया था.
ऐसे मिले आरोपियों के सुराग
70 से ज्यादा सीसीटीवी की जांच के बाद पुलिस को चोरी की वारदात के पीछे महिलाओं के हाथ होने के संकेत मिले थे. पुलिस ने शिकायतकर्ता से पूछताछ कर अपराध करने के तरीके का विश्लेषण किया. इलेक्ट्रॉनिक और मैन्युअल इंटेलिजेंस की सहायता से स्थानीय अपराधियों के बारे में जानकारियों को एकत्र कर सिविल ड्रेस में पट्रोलिंग कर उनकी निगरानी और संदिग्धों से पूछताछ की. इसके अलावा 70 से भी ज्यादा सीसीटीवी फूटेजों की जांच कर उनका विश्लेषण किया. आखिरकार पुलिस टीम के हाथ एक सुराग लगा और उन्हें एक कैमरे की फुटेज में एक आरोपी महिला नजर आई. जिसकी पहचान के बाद पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की सहायता से उसके लोकेशन को ट्रैककर उसे दबोच लिया.
रिसीवर को भी दबोचा
पुलिस हिरातस में ली गई महिला से पूछताछ और उसके मोबाइल के कॉल डिटेल रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस ने नोएडा में छापेमारी कर अलग-अलग लोकेशन से उसकी दो महिला साथी और आरोपी नरेंद्र कुमार उर्फ विशाल को भी दबोच लिया. जिनसे पूछताछ में पुलिस को लूटे गए आभूषणों को जौहरी अनिल वर्मा और उसके बेटे लक्ष्य वर्मा को बेचे जाने का पता चला. दिल्ली पुलिस ने उन दोनों को भी हिरासत में ले लिया.
घर मे काम करने वाली मेड ने ही रची थी साजिश
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने लूटे गए आभूषण और 5 हजार रुपए कैश बरामद किया. पूछताछ में एक महिला आरोपी ने बताया कि वो शिकायतकर्ता जो कि अकेले रहते हैं, के घर मे काम करती थी. उसी ने लूट की योजना बनाई और फिर उसने नरेंद, अपनी महिला रिश्तेदार और दोस्त को इसके लिए तैयार किया. जो उसके निर्देश के अनुसार रात के 9 बजे शिकायतकर्ता के घर पहुंचे. मुख्य महिला आरोपी ने घर का दरवाजा खोलकर उन्हें अंदर कर लिया और फिर उन्होंने चाकू और टॉय गन से डरा कर शिकायतकर्ता के आभूषण और कैश लूट लिए.
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