Bhalswa Landfill: दिल्ली से एक साल में कचरे के पहाड़ को हटाना होगा आसान? CM केजरीवाल ने दिया निर्देश, जानें- क्या बोले एक्सपर्ट
Bhalswa Landfill News: बीते दो हफ्तों में सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के दो लैंडफिल साइट का दौरा किया है और एक सालों में इन कूड़े के पहाड़ों को हटाने का भी दिशा-निर्देश दिया है.
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CM Kejriwal On Bhalswa Landfill: दिल्ली (Delhi) के कूड़े का पहाड़ का मुद्दा अक्सर चुनावी दौर में सबसे ज्यादा चर्चाओं में देखा जा रहा था. इस बीच बीते 15 दिनों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का लैंडफिल साइटों पर दो बार दौरा यह स्पष्ट संकेत दे चुका है कि दिल्ली को कूड़े के पहाड़ से मुक्त बनाने के लिए सरकार अब पूरी तरह एक्शन मोड में है. सीएम केजरीवाल ने भलस्वा स्थित कूड़े के पहाड़ का दौरा करते हुए एनसीडीसी (NCDC) अधिकारियों से अगले साल मार्च-अप्रैल तक इसे पूरी तरह साफ करने का निर्देश दिया है.
इसके साथ ही सीएम केजरीवाल ने यह भी कहा कि आने वाले 2026 तक 2000 मीट्रिक टन का वेस्ट टू एनर्जी प्लांट भी बवाना में तैयार किया जाएगा. इससे पहले उन्होंने बीते 3 मार्च को ओखला के लैंडफिल साइट पर भी गए थे, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह मुमकिन है कि दिल्ली के लैंडफिल साइट्स से इन कचरे के पहाड़ को इतनी आसानी से हटाया जा सकता है?
'कचरे के पहाड़ को लेकर पर्यावरणविद् ने क्या कहा?
दिल्ली की रहने वाली पर्यावरणविद् श्रेया नेगी ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया, "राजधानी के कूड़ों का पहाड़ लोगों के जीवन पर सीधे-सीधे बड़ा संकट है. खासतौर पर उन लोगों के लिए जो लैंडफिल साइट के आस-पास के क्षेत्रों में रहते हैं. दिल्ली के लोगों को अब बड़ी उम्मीद जगी है कि अक्सर चुनावी मुद्दा बनने वाले इस विषय पर सरकार पूरी तरह एक्शन मोड में दिखाई दे रही है. बीते दो हफ्तों में सीएम केजरीवाल ने दिल्ली के दो लैंडफिल साइट का दौरा किया है और एक सालों में इन कूड़े के पहाड़ों को हटाने का भी दिशा-निर्देश दिया है."
उन्होंने आगे कहा, "वैसे जमीनी स्तर पर यह काम इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि कचरे और कूड़ों को डीकंपोज करने में एक निर्धारित वक्त लगता है. विशेष प्लास्टिक को पूरी डीकंपोज करना आसान नहीं होगा. सबसे पहले सरकार को दिल्ली का नियमित निकलने वाले कूड़े कचरे को रखने के लिए एक व्यवस्थित जगह की तलाश करनी पड़ेगी, जहां पर आम लोगों का आवागमन बहुत कम हो, अच्छे प्लांट और योजना के माध्यम से इन्हें डीकंपोज किया जाना चाहिए. अगर सरकार की ओर से योजनाबद्ध तरीके से कूड़ा हटवाने का काम किया जाए तो न केवल राजधानी को प्रदूषण से मुक्त बनाए जाएगा, बल्कि लोगों को होने वाले गंभीर बीमारियों से भी बचाया जा सकेगा."
अब 13 हजार मिट्रिक टन कूड़ा उठाया जाएगा
वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल ने लैंडफिल साइट का निरीक्षण करते हुए कहा कि अब तक दिल्ली में 6500 हजार मिट्रिक टन कूड़ा प्रतिदिन उठाया जा रहा था, लेकिन इस महीने के अंतिम सप्ताह तक लगभग 13000 मिट्रिक टन कूड़ा उठाया जाएगा. उसके निपटारे के लिए अलग-अलग तरीके से दुगनी तेजी से काम किया जा रहा है. इसके साथ ही सीएम केजरीवाल ने यह भी कहा कि 2026 तक 2000 मिट्रिक टन का वेस्ट टू एनर्जी प्लांट भी बवाना में तैयार हो जाएगा.
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