(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bhalswa Landfill Fire: 10 दिन बाद, 'भलस्वा लैंडफिल' की आग पर काबू नहीं, 30 गाड़ियों सहित 100 दमकलकर्मी काम में लगे
Bhalswa Landfill Fire: लैंडफिल पर आग 26 अप्रैल की शाम को लगी थी. 26 अप्रैल से लेकर अब तक 30 से अधिक दमकल की गाड़ियां और करीब 100 दमकल कर्मी इस आग को बुझाने की कोशिश कर रहे हैं.
Bhalswa Landfill Site: भलस्वा लैंडफिल के साइट में आग को लगे लगभग 10 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक आग पूरी तरह से बुझाई नहीं जा सकी है. आग को पूरी तरह से बुझाने के लिए अग्निशमन अभियान जारी है. बता दें कि लैंडफिल पर आग 26 अप्रैल की शाम को लगी थी. 26 अप्रैल से लेकर अब तक 30 से अधिक दमकल की गाड़ियां और करीब 100 दमकल कर्मी इस आग को बुझाने की कोशिश कर रहे हैं.
आग कूड़े के टीले के अंदर पहुंची
बुधवार को दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा, "चार दमकल गाड़ियां अभी आग बुझाने के काम पर हैं क्योंकि आग कूड़े के टीले के भीतर गहराई में सुलग रही है, इसलिए आग को पूरी तरह बुझाने में समय लग रहा है. जबकि कचरे का पहाड़ा कभी भी गिर सकता है इसलिए उसके ऊपर चढ़कर आग नहीं बुझा सकते."
आग बुझाने में हो रही परेशानी- फायर सर्विस निदेशक
फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा, इस तरह की आग को बुझाने में अधिक जटिलताएं होती हैं. "फायरमैन के लिए आग की लपटों तक पहुंचने का एकमात्र सुरक्षित तरीका जमीन से है." अपशिष्ट पदार्थ (वेस्ट मैटेरियल) अत्यधिक जलनशील होता है और यहां तक कि एक चिंगारी भी इस आग को और ज्यादा भड़का सकती है. इसके अलावा, लैंडफिल के साइट पर ही अलग-अलग जगहों पर कई बार आग लग जाती है."
आग बुझाने में लग सकता है समय
एक दमकलकर्मी ने बताया कि "आग पर काबू पाने के लिए दमकलकर्मियों ने कड़ी मेहनत की, जबकि इलाके के निवासियों ने कई बार आग लगने से उठे जहरीले धुएं की शिकायत की है. लैंडफिल की आग को बुझाने में लंबा समय लगता है. गर्म मौसम भी इनके लिए एक बड़ी चुनौती है. जैसे ही हम एक जगह पर आग पर काबू पाते हैं, उसके बाद दूसरी जगह पर आग की लपटों दिखाई देने लगती हैं. हमें लगातार टीलों के बीच घूमना है. लैंडफिल जैसी जगह में, यह निर्धारित करने का कोई तरीका नहीं है कि आग का स्रोत कहां है. हम रविवार तक शायद आग की लपटें पर काबू पा लेंगे."