Delhi Assembly Chunav 2025: देश की राजधानी दिल्ली में छह महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. इस बीच भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) ने मंगलवार को घोषणा की कि वह दिल्ली विधानसभा के लिए 2025 में होने चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारेगी. पार्टी ने सत्ता में आने पर 11 सूत्रीय एजेंडा लागू करने का वादा किया, जिनमें भ्रष्टाचार रोधी आयोग की स्थापना शामिल है.
बीएलपी ने मंगलवार (16 जुलाई) को दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि उनकी पार्टी समाज के हाशिए पर जीवन जी रहे वर्गों की बेहतरी के लिए काम करेगी.
भारतीय लिबरल पार्टी के अध्यक्ष मुनीश कुमार रायजादा ने मुफ्त बिजली और पानी की आपूर्ति के साथ-साथ महिलाओं को मुफ्त डीटीसी पास और महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपये का मानदेय देने की भी घोषणा की. रायजादा ने कहा कि सत्ता में आने के बाद हम एक भ्रष्टाचार रोधी आयोग बनाएंगे जो राष्ट्रीय राजधानी में भ्रष्टाचार को खत्म करेगा.
मुनीश रायजादा शिकागो में आम आदमी पार्टी (आप) की अनिवासी भारतीयों के प्रकोष्ठ के पूर्व सह-संयोजक थे. उन्हें नवंबर 2015 में ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के कारण पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था. आप से मोहभंग होने के बाद उन्होंने 2019 में भारतीय लिबरल पार्टी नाम से खुद की पार्टी बनाई थी.
जनवरी-फरवरी में होगा विधानसभा चुनाव
दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों के लिए जनवरी-फरवरी 2025 में चुनाव होना है. इनमें 62 विधायक आम आमदी पार्टी को आठ विधायक बीजेपी के हैं. कांग्रेस के एक भी विधायक न तो 2015 में और न ही 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत पाए थे. वर्तमान में दिल्ली में आप, बीजेपी और कांग्रेस मुख्य सियासी दलों में शामिल हैं. तीनों सियासी दल आगामी विधानसभा चुनाव बिना किसी गठबंधन के लड़ेंगे. लोकसभा चुनाव 2024 में आप-कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तहत लड़ा था, लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद दोनों तरफ से स्प्ष्ट कर दिया गया है कि विधानसभा चुनाव गठबंधन के तहत नहीं लड़ेंगे.
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