Delhi News: मणिपुर में कूकी समुदाय की महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने को लेकर सड़क से संसद तक देशभर में मचे घमासान के बीच आज भीम आर्मी (Bhim Army) की ओर से जंतर मंतर पर प्रचंड प्रदर्शन किया जाएगा. इस प्रदर्शन में देशभर के लोग शामिल होंगे. प्रदर्शन का मकसद दलितों और वंचितों को आवाज हमेशा के लिए बंद करने के मकसद से 28 जून को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) पर हुए हमले का विरोध करना है. साथ ही गरीब, दलित, आदिवासियों और पिछड़ों में एकता की डोर को मजबूत करते हुए उन्हें जागरूक करना है.


यहां पर इस बात का भी जिक्र कर दें कि आज भीम आर्मी का स्थापना दिवस है. इस अवसर पर दिल्ली के जंतर पर आयोजित प्रदर्शन में भीम आर्मी के देशभर में सक्रिय नेता, कार्यकर्ता व समर्थक इसमें शामिल होंगे. खास बात यह है कि आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर साथ चंद्रशेखर आजाद के साथ राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी भी शामिल होंगे. दरअसल, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद 23 दिन पहले अपने अपने ऊपर हुए हमले से काफी आक्रोशित हैं. वह अपने हुए हमले को देश के दलितों और वंचितों की आवाज को दबाने का प्रयास मातने हैं. यही वजह है कि उन्होंने भीमी आर्मी की स्थापना दिवस पर 21 जुलाई को जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है. आज चंद्रशेखर आजाद देश के दबे-कुचलों को संघर्ष के लिए आने का संदेश भी देंगे. साथ ही अपनी रणनीति का खुलासा भी करेंगे. 


CBI से जांच और Z प्लस सुरक्षा देने की मांग


यूपी के देवबंद में 28 जून को चंद्रशेखर आजाद पर हुए जानलेवा हमलों को लेकर उनके समर्थकों का कहना है कि इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता कोई और है. मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी और चंद्रशेखर को जेड प्लस सुरक्षा देने की मांग उठाई है. भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन ने आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर पर हुए हमले की सीबीआई जांच और उन्हें जेड प्लस सुरक्षा दिए जाने की मांग कर चुके हैं. बता दें कि 28 जून को देवबंद में एक ही जाति के चार युवकों ने चंद्रशेखर पर जानलेवा हमला किया था, उनकी कार पर गोलियां चलाई थीं. इस हमले में एक गोली चंद्रशेखर को पेट को छूकर निकल गई थी. चंद्रशेखर पर हमला एक साजिश के तहत किया गया है. चंद्रशेखर रावण को पहले भी सोशल मीडिया पर कई बार से जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है. इस मामले में कुछ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, लेकिन उनके समर्थकों का कहना है कि पुलिस अभी तक असली मुजरिम तक नहीं पहुंच पाई है. यही वजह है कि भीम आर्मी व आसपा कार्यकर्ताओं ने 21 जुलाई को दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है. 


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