(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
BJP कार्यकारिणी की बैठक में लिए जा सकते हैं बड़े फैसले, दिल्ली अध्यक्ष पद के लिए सुर्खियों में हैं इनके नाम
Delhi Politics: दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सहित संगठन के अहम पदों पर युवा नेताओं को नई जिम्मेदारी मिल सकती है.
Delhi Politics News: दिल्ली नगर निगम के चुनाव संपन्न हो चुके हैं और 15 साल बाद बीजेपी (BJP) निगम की सत्ता से बेदखल हुई है. दशकों बाद ऐसा हुआ है कि बीजेपी न तो निगम की सत्ता में है, और न ही विधानसभा में ही प्रभावी भूमिका में है. मामला यहीं तक सीमित नहीं है. एक साल बाद लोकसभा चुनाव भी होने हैं. दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें हैं. सातों सीटों पर अभी बीजेपी का कब्जा है. 2024 जनवरी-फरवरी में दिल्ली विधानसभा के भी चुनाव होंगे. ऐसे में दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी ( Delhi BJP Working Committee meeting) की आज से शुरू होने वाली दो दिवसीय बैठक पर सभी की नजर है. इस बात के कयास लगा रहे हैं कि क्या दिल्ली में पार्टी भावी चुनौतियों के लिहाज से संगठन में बड़े बदलाव के लिए तैयार है. अगर हां, तो वो बदलाव किस स्तर पर होगा?
दरअसल, दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक आज से शुरू होने वाली है. बीजेपी शीर्ष नेतृत्व की ओर से पहले ही बदलाव के संकेत दिए जा चुके हैं. दिल्ली बीजेपी में बदलाव कई स्तरों पर होने की संभावना है. पहली बात तो यही है कि दिल्ली बीजेपी के पास अभी स्थायी अघ्यक्ष नहीं है. वीरेंद्र सचदेवा को कार्यकारी अध्यक्ष बनया गया था, इसलिए नये अध्यक्ष को लेकर कयासबाजी का दौर जारी है.
...तो बैठक के बाद दिल्ली बीजेपी को मिलेगा नया अध्यक्ष
खास बात यह है कि कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता भी दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ही करेंगे. ऐसे में चर्चा यह भी है कि क्या आगामी विधानसभा चुनाव तक वह दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष भी नियुक्त किए जाएंगे. इस बात की चर्चा इसलिए भी है कि हाल ही में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सिर्फ इस बात के लिए इस पद पर एक साल के लिए एक्सटेंशन मिला है कि 2024 में लोकसभा चुनाव है. इससे पहले बीजेपी राज्यों में विधानसभा चुनाव की वजह से प्रदेश अध्यक्षों को बदलने को टाला गया था. ऐसे बीजेपी के एक गुट का कहना है कि हो सकता है कि दिल्ली में भी शीर्ष नेतृत्व उसी रणनीति पर काम करे. दूसरी तरफ यह कहा जा रहा है कि 2014 और 15 में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय थे. दिल्ली विधानसभी चुनाव 2015 में हार के बाद मनोज तिवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद आदेश गुप्ता को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. उनके नेतृत्व में 15 साल बाद बीजेपी निगम की सत्ता से बाहर हो गई. हार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफा भी दे दिया. ऐसा में नये अध्यक्ष का चुनाव होना भी वाजिब है. फिलहाल, वीरेंद्र सचदेवा कार्यकारी अध्यक्ष हैं.
पंजाबी नेता को कमान मिलने की उम्मीद ज्यादा
चर्चा तो यह भी है कि लंबे समय से दिल्ली में किसी पंजाबी को दिल्ली बीजेपी की की कुर्सी मिली है. ऐसे में शीर्ष नेतृत्व पार्टी अपने परंपरागत समर्थकों को जोड़े रखने के लिए किसी पंजाबी नेता को प्रदेश की कमान सौंप सकती है. अगर ऐसा हुआ तो वीरेंद्र सचदेवा की दावेदारी को बल मिलेगा. कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद इन्होंने पार्टी को एकजुट करने और आप व दिल्ली सरकार को घेरने की पूरी कोशिश की है.
ये भी हैं अध्यक्ष पद के दावेदार
दिल्ली नगर निगम में पार्षदों के शपथ को लेकर हुए विवाद के बाद से प्रदेश बीजेपी , आप के खिलाफ आक्रामक है. सीएम आवास के बाहर पार्टी ने बड़ा प्रदर्शन किया. उनके सामने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का सफल आयोजन भी चुनौती थी, जिसमें वह सफल रहे. बताया जा रहा है कि जम्मू कश्मीर के सह-प्रभारी आशीष सूद भी प्रदेश अध्यक्ष पद के मजबूत दावेदार हैं. सूद प्रदेश में महामंत्री सहित कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं. उनके पास कई राज्यों में चुनाव प्रबंधन का लंबा अनुभव है. प्रदेश महामंत्री व पूर्व महापौर हर्ष मल्होत्रा का नाम भी अध्यक्ष पद के लिए सुर्खियों के लिए चर्चा में है. पार्टी का एक वर्ग किसी वैश्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के पक्ष में है.पंजाबी नेताओं के अलावा असम के सह-प्रभारी पवन शर्मा भी इस दौड़ में बताए जा रहे हैं. प्रदेश में संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी निभाने के साथ वह पूर्व विधायक भी रहे हैं. उनकी कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ भी है.
दरअसल, पंजाबी के साथ वैश्य भी बीजेपी के परंपरागत समर्थक रहे हैं. बीजेपी के इस वोट बैंक में 2015 के बाद से आप लगातार सेंध लगा रही है. इस समय दिल्ली का कोई वैश्य नेता महत्वपूर्ण पद पर नहीं है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक विजेंद्र गुप्ता, प्रदेश कोषाध्यक्ष विष्णु मित्तल और विधायक अजय महावर में से किसी को प्रदेश बीजेपी की कुर्सी मिल सकती है. इसके अलावा, दिल्ली नगर निगम चुनावों में पार्टी को मिली हार पर मंथन होगा. बताया जा रहा है कि युवा नेताओं को संगठन के अहम पदों की जिम्मेदारी बैठक संपन्न होने के बाद मिल सकती है. बता दें कि 27 और 28 जनवरी को होने वाली प्रदेश कार्यकारिणी के बैठक की शुरुआत केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर करेंगे. इसका समापन बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल करेंगे.
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