Delhi Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा की सात सीटों में से पांच सीटों पर तीन दिन पहले भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के प्रत्याशियों का ऐलान किया था. पार्टी ने सिटिंग पांच सांसदों में से चार का टिकट काट दिया था. शीर्ष नेतृत्व के इस फैसले से न केवल बीजेपी के चारों सांसद भौचक्के रह गए, बल्कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं के लिए भी यह फैसला चौंकाने वाला रहा. अब दिल्ली की राजनीति में इस बात को लेकर चर्चा चरम पर है कि क्या शीर्ष नेतृत्व पूर्वी दिल्ली और उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीटों पर भी नये प्रत्याशियों को तरजीह देगी. हालांकि, गौतम गंभीर चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके हैं.
इस सवाल का जवाब पर अभी दिल्ली बीजेपी के नेता चुप रहना ही पसंद करते हैं, लेकिन बीजेपी सूत्रों के मुताबिक सियासी गलियारों में चर्चा यह है कि बीजेपी शेष सीटों पर भी नये उम्मीदवार पर अपना दांव लगा सकती है. पार्टी सूत्रों का कहना का कहना है कि हंस राज हंस और गौतम गंभीर को लेकर पार्टी के अपने आंतरिक सर्वे में फीडबैक अच्छे नहीं मिले हैं.
दावेदारों की सूची में अब ये नाम
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली बीजेपी को फीडबैक’ कवायद के दौरान स्थानीय नेताओं ने दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा, घोंडा के विधायक अजय महावर, बीजेपी नेता दिनेश प्रताप समेत कई संभावित प्रत्याशियों के नाम लोकसभा प्रत्याशी के रूप सुझाए हैं. इसके अलावा, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, दिल्ली बीजेपी के कोषाध्यक्ष विष्णु मित्तल और दिल्ली बीजेपी के महासचिव हर्ष मल्होत्रा का नाम भी चर्चा में है. बताया जा रहा है कि पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से इस बार किसी पंजाबी नेता को ही टिकट मिलेगा. जबकि उत्तर पश्चिमी दिल्ली से योगेंद्र चंदोलिया का नाम भी चर्चा में है.
बीजेपी का फिर चौंकाने का इरादा तो नहीं!
सूत्र ये भी बता रहे हैं कि हरियाणा से सांसद सुनीता दुग्गल और कांग्रेस और आप में अहम पदों पर रहे चुके युवा नेता अशोक तंवर पर भी पार्टी उत्तर पश्चिम दिल्ली सीट के दांव खेल सकती है. हिसार से अशोक तंवर को टिकट मिला तो पार्टी सुनीता दुग्गल को दिल्ली से उतारेगी. या फिर सुनीता दुग्गल को हिसार से टिकट मिलने पर अशोक तंवर को यहां से चुनाव लड़ने का मौका BJP दे सकती है.
गौतम गंभीर खुद जता चुके हैं अनिच्छा
पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के सीटिंग एमपी गौतम गंभीर तो खुद पार्टी को यह लिखकर दे चुके हैं कि उन्हें राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त रखा जाए. दूसरी तरफ दिल्ली की पांच सीटों पर बीजेपी की ओर से प्रत्याशियों का ऐलान के बाद से उत्तर-पश्चिम दिल्ली से सिटिंग सांसद हंस राज हंस इस मसले पर चुप्पी साधे हुए हैं. हाल ही में उन्होंने अपने पुस्तक मोदी के विमोचन के अवसर पर कहा था कि अगर पार्टी मौका देगी तो वो दोबारा चुनाव लड़ेंगे.
इन सांसदों के काटे टिकट
दिल्ली बीजेपी से जिन सिटिंग सांसदों को पार्टी ने इस बार टिकट देने से इनकार कर दिया, उनमें नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी, दक्षिण दिल्ली से रमेश बिधूड़ी, पश्चिमी दिल्ली से प्रवेश वर्मा और चांदनी चौक से डॉ. हर्षवर्धन का नाम शामिल हैं. उत्तर-पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी को एक बार टिकट दिया गया है. गौरतलब है कि दिल्ली की शेष दो सीटों से नाम तय करने के लिए बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक छह मार्च को होनी थी. अब यह बैठक आठ मार्च को होगी. उस दिन तय हो जाएगा में बीजेपी की ओर से पूर्वी और उत्तर पश्चिम दिल्ली से प्रत्याशी कौन होगा?