Delhi Pollution: दिल्ली आज गैस चैंबर में तब्दील हो चुकी है और लगभग हर घर मे सिर दर्द, खांसी और आंखों में जलन की समस्या से लोग जूझ रहे हैं. ये हालात तब हैं, जब दीवाली पर्व का लगभग सप्ताह समय शेष है. हर तरफ धुंआ-धूल के कारण हवा भी जहरीली हो चुकी है. सुबह के समय तो विजिबलिटी भी काफी कम रहती है. कई जगह AQI अपने उच्चतम स्तर को पार कर चुका है. बावजूद इसके दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को नियंत्रण में होने का दावा कर रहे हैं, जिसे लेकर दिल्ली बीजेपी ने कई सवाल उठाते हुए आप और दिल्ली सरकार को घेरा है.
हर घर मे लोग पड़ रहे बीमार
दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि यह चौकाने वाली बात है कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय प्रदूषण की स्थिति में सुधार का दावा कर रहे हैं, जबकि हर दिल्लीवासी या तो खांसी से त्रस्त है या फिर सिरदर्द और आंखों में जलन और सांस में दिक्कत की शिकायत कर रहा है. उनकी मांग है कि दिल्ली सरकार पड़ोसी राज्यों के साथ बैठक कर इसका समाधान निकालें. उन्होंने कहा है कि यह देखकर आश्चर्य होता है कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को खराब करने वाली दिल्ली सरकार की जवाबदेही से बचाने का प्रयास करते हुऐ प्रदूषण पर उत्तरी राज्यों की बैठक बुलाने का अनुरोध किया है.
पराली के कारण बढ़ा दिल्ली का प्रदूषण
मंत्री गोपाल राय के एक ट्वीट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कल उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि दिल्ली में प्रदूषण की खराब स्थिति पराली जलाने के कारण है जिसमें पड़ोसी राज्यों में फसल अवशेष जलाने का योगदान 69 प्रतिशत है. जबकि नासा की सेटेलाइट तस्वीरों समेत हर दूसरी एजेंसी से पता चला है कि फसल अवशेष जलाने में पंजाब का योगदान सबसे ज्यादा है.
इस पर रोक लगाए दिल्ली सरकार
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखने से पहले दिल्ली के मंत्री गोपाल राय को यह बताना चाहिए कि प्रदूषण पर दिल्ली और पंजाब सरकार ने कब कोई संयुक्त बैठक की, जबकि पंजाब और दिल्ली दोनों में आम आदमी पार्टी की सरकारें हैं. उनका कहना है कि अब समय आ चुका है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के किसानों को मुआवजा और तकनीकी सहायता देकर पराली जलाने पर रोक लगाकर दिल्ली के लोगों को इस जानलेवा प्रदूषण से बचाएं.