Delhi Mayaor Election: दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा इस माह महापौर चुनाव न कराने से साबित कर दिया है कि वह दलित विरोधी हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी बार-बार यह मांग कर रही है कि बिना किसी देरी के महापौर का चुनाव कराया जाएं. निगम अधिकारियों द्वारा महापौर चुनाव की तारीख तय करने की मंजूरी मांगी गई थी, लेकिन महापौर डा. शैली ओबेराय ने चुनाव टालने के आदेश दे दिए हैं.


राजा इकबाल सिंह के मुताबिक इस माह महापौर चुनाव कराने में कोई भी समस्या नहीं थी. अब 28 अक्टूबर को सदन की बैठक तो होगी लेकिन महापौर का चुनाव नहीं होगा.


मेयर पद पर कुंडी मारकर बैठी हैं शैली ओबेरॉय 


नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आम आदमी पार्टी कि सरकार दलितों का हक निगम में मार रही है. सफाई कर्मचारियों को उनके वेतन और बकाए दिए जा रहे हैं. दलित महापौर के आरक्षित पद होने के बाद भी डा. शैली ओबेराय जबदस्ती इस पर अड़ी बैठी हैं. 


नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि उन्हें सूत्रों से जानकारी मिली है कि महापौर ब्राजील सरकारी खर्चे पर घूमने जाना चाहती है. इसकी वजह से उन्होंने दलितों के लिए आरक्षित महापौर पद पर चुनाव नहीं कराया है.
 
आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने दलितों के हितैषी होने का दावा किया था, लेकिन आप ने महापौर चुनाव टालकर बता दिया कि वह दलितों का हक मारकर सत्ता में बने रहना चाहती है. आप के इस निर्णय के खिलाफ बीजेपी सदन में महापौर चुनाव को लेकर जनता के बीच भी जाएगी साथ ही सदन में आप के दलित विरोधी निर्णय का विरोध करेगी. 


इसलिए तीन दलित नेताओं ने छोड़ी AAP
 
दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि अब समझ में आने लगा है कि आखिर क्यों अरविंद केजरीवाल सरकार में अलग-अलग समय में शामिल राज कुमार आनंद, राजेन्द्र पाल गौतम एवं संदीप कुमार ने आम आदमी पार्टी छोड़ दी. तीनों ने पार्टी छोड़ते हुए केजरीवाल पर दलितों के अधिकारों की अवेहलना का आरोप लगाया था.  


प्रवीण शंकर कपूर के मुताबिक यह तय है कि अरविंद केजरीवाल का शैली ओबरॉय को महापौर चुनाव को लेकर लिखा पत्र एक छलावा था. अगर केजरीवाल चाहते हैं कि दलित महापौर बने तो वह हिम्मत करके वर्तमान महापौर शैली ओबरॉय को बर्खास्त करें. 


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