Delhi Government Jobs: भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के रार्ष्टीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रोजगार के मसले पर सरासर झूठ बोल रहे हैं. सीएम का दावा कि उनकी सरकार ने दिल्ली के 12 लाख युवाओं को रोजगार देने का काम किया, पूरी तरह से आधारहीन है. इसके उलट, बीजेपी नेताओं ने दावा किया कि सूचना के अधिकार के तहत वर्ष 2015 से अब तक दिल्ली में केवल 440 लोगों को नौकरी दी गई है. इसके उलट आप ने बीजेपी के दावों को हास्यास्पद करार दिया है.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरंविद केजरीवाल ने दावा किया है कि उनकी सरकार ने 12 लाख नौकरियां दी हैं. जबकि वर्ष 2015 में उनके सत्ता में आने के बाद से अबतक केवल 440 लोगों को ही नौकरी दी गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम केजरीवाल देश के सबसे बड़े झूठे, भ्रष्ट और बेईमान मुख्यमंत्री हैं. यह सुनने में अच्छा लगता है कि 12 लाख नौकरियां दी गई हैं, लेकिन यह झूठा दावा है जो उनकी अपनी सरकार द्वारा सूचना के अधिकार के तहत दी जानकारी से साबित होता है.
8 साल में दी सिर्फ 440 नौकरियां
वहीं, बीजेपी विधायक अजय महावर ने कहा कि दिल्ली की आप सरकार ने वर्ष 2015 से 2023 तक 440 नौकरियां दीं, जिनमें वर्ष 2015 में 176, वर्ष 2016 में 102, वर्ष 2017 में 66, वर्ष 2018 में 68 और वर्ष 2019 में दी गई 28 नौकरियां शामिल हैं. उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल सरकार वर्ष 2019, 2021, 2022 और 2023 में एक भी नौकरी देने में सफल नहीं रही. महावर ने कहा कि 14 मार्च तक दिल्ली सरकार द्वारा तैयार रोजगार पोर्टल पर पंजीकृत उम्मीदवारों की संख्या 15,76,846 थी जो अगले दिन ही बढ़कर 15,91,328 हो गई.
BJP के दावों का आधार ही गलत
बीजेपी नेताओं के आरोपों को आप ने हास्यास्पद करार दिया है. आप नेताओं ने कहा कि बीजेपी नेता रोजगार निदेशालय की एक आरटीआई जवाब का हवाला दे रहे हैं, जिसमें खुद कहा गया है कि वे सृजित नौकरियों पर राज्यव्यापी डेटा नहीं रखते हैं. आप ने कहा कि दिल्ली में केवल बस मार्शल के पद पर ही करीब 13 हजार लोगों को नियुक्त किया गया है. पार्टी ने कहा कि दिल्ली सरकार पहले ही करीब दो लाख सरकारी नौकरियों सहित 12 लाख नौकरियों का ब्योरा विधानसभा में रख चुकी है.
AAP की सरकार सत्ता में आई तो सभी युवाओं को देंगे रोजगार
गौरतलब है कि रविवार को असम दौरे के दौरान केजरीवाल ने वादा किया था कि अगर राज्य की सत्ता में आप आती है तो सभी युवाओं को रोजगार दिया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी ने सात साल में दिल्ली में 12 लाख लोगों को रोजगार दिया, जबकि पंजाब में एक साल में 28 हजार लोगों को नौकरी दी गई.