'दिल्ली में प्रदूषण के लिए पंजाब जिम्मेदार,' बीजेपी नेताओं ने भगवंत मान को चिट्ठी लिखकर बताई पूरी बात
Delhi News: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति हर दिन खराब होती जा रही है. पराली जलाने और प्रदूषण फैलने को लेकर बीजेपी नेताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को चिट्ठी लिखी है.
Delhi Pollution News: दिल्ली एनसीआर में हर गुजरते दिन के साथ प्रदूषण की स्थिति और ज्यादा खराब हो रही है. सर्दी की शुरुआत के साथ ही दिल्ली और एनसीआर में जिस तरीके से प्रदूषण बढ़ता है वह पिछले कुछ सालों से लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. इस प्रदूषण की बड़ी वजह पराली जलाने को बताया जाता है. इसी मुद्दे का जिक्र करते हुए बीजेपी के नेताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को चिट्ठी लिखी है.
बीजेपी के सांसदों और नेताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मन को चिट्ठी लिखकर कहा कि पंजाब सरकार कह रही है कि पराली जलाने की घटनाएं कम हुई जबकि आंकड़े उसके उलट है. चिट्ठी में 15 सितंबर से लेकर 26 अक्टूबर के बीच कितनी पराली जलाने की घटनाएं हुई इसका भी जिक्र किया गया है.
भगवंत मान को लिखी चिट्ठी में बताया गया है कि 15 सितंबर से लेकर 26 अक्टूबर के बीच कल 4969 पराली जलाने की घटनाएं सामने आई है. इन घटनाओं में सबसे ज्यादा आंकड़े पंजाब के हैं जहां पर इन 40 दिनों के दौरान 1857 घटनाएं दर्ज हुई है, वहीं हरियाणा में 700 और उत्तर प्रदेश में 865 घटनाएं दर्ज हुई.
भगवंत मान को भेजी गई चिट्ठी में कहा गया कि आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली के प्रदूषण के लिए हरियाणा और यूपी की सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं क्योंकि वहां पर बीजेपी की सरकार है जबकि आंकड़े यह दिखाते हैं कि दोनों राज्यों की घटनाओं को जोड़ भी लें तो उससे ज्यादा घटनाएं अकेले पंजाब में सामने आ रही है.
चिट्ठी में आरोप लगाया गया है कि पिछले 4 सालों के दौरान पैडी क्रॉप में आग लगाने वाले इलाके में 26 फीसदी का इजाफा हुआ है. इस चिट्ठी में अलग-अलग रिपोर्ट के हवाले से यह भी बताया गया है कि दिल्ली एनसीआर में कुल प्रदूषण का एक बड़ा हिस्सा पराली जलाने की वजह से होता है.
ऐसा नहीं है कि पराली को लेकर पहले बार इस तरह की चिट्ठी लिखी गई या फिर पहली बार यह मुद्दा उठा रहा है. पिछले कुछ सालों के दौरान लगातार पराली जलाने की घटनाओं को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी हुई और सुप्रीम कोर्ट से फटकार भी लगी. इसके बावजूद इसके अभी भी और दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण स्तर पर जहां पर aqi लेवल फिलहाल करीब 400 के आसपास पहुंच रहा है और यह बेहद गंभीर श्रेणी में आता है.