Manoj Tiwari On Manipur Violence: BJP सांसद मनोज तिवारी ने विपक्षी दलों का गठबंधन 'INDIA' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस) के 21 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का मणिपुर दौरा पर तंज करते हुए कहा की ये लोग राजनीतिक पर्यटन पर गए हैं न कि हिंसाग्रस्त क्षेत्रों और राहत शिविरों का दौरा कर जमीनी स्थिति का जायजा लेने. क्योंकि घर से निकल कभी हवाई अड्डे से और कभी अपने रास्ते की तस्वीरें पोस्ट करने में लगे हुए हैं. इन्हें मणिपुर की स्थिति पर विश्लेषण करना चाहिए. देश के गृहमंत्री ने खुलकर कह दिया था कि वो मणिपुर को लेकर चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन फिर भी विपक्ष के लोगों ने चर्चा नहीं होने दिया.
I.N.D.I.A गठबंधन के सांसदों के मणिपुर दौरे पर बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने चुटकी लेते हुए कहा की मणिपुर की स्थिति का विश्लेषण करने के बजाय वे हवाई अड्डे और रास्ते की तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं तो क्या वे राजनीतिक पर्यटन पर हैं. सिर्फ वे अपना प्रचार कर रहे है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को संसद में चर्चा करने पर विचार करना चाहिए.
'राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर भी चर्चा होनी चाहिए'
देश के गृहमंत्री संसद में खुलकर कह दिए कि हम मणिपुर को लेकर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन फिर भी विपक्ष के लोगों ने चर्चा होने नहीं दे रही है. साथ ही में यह भी कहना चाहता हूं कि मणिपुर के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी महिलाओं के साथ दरिंदगी की घटनाएं आई हैं, तो चर्चा उन पर भी होनी चाहिए. मैं पूछना चाहता हूँ कि मणिपुर में जो आज के हालात हैं वह किस की दी हुई है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि मैं हैरान हूं ऐसी घटना हो रही है लेकिन सिर्फ विपक्ष के लोग आग भड़काना चाहते हैं.
विपक्षी पार्टियों द्वारा लगातार हो रही है ये मांग
आपको बता दें कि मणिपुर हिंसा को लेकर सड़क से संसद तक बवाल मचा हुआ है और विपक्ष सरकार के खिलाफ लामबंद है. संसद को विपक्षी पार्टियों का गठबंधन सुचारू रूप से चलने नहीं दे रहा है. उनकी लगातार मांग है कि मणिपुर में हो रही हिंसा पर प्रधानमंत्री संसद में आकर इस मामले पर बोले. मणिपुर में अभी भी हिंसा देखने को मिल रही है. बता दें कि बीते 3 मई से 2 समुदाय के बीच हुई झड़प के बाद मणिपुर के हालात बिगड़ गए थे. मणिपुर में अभी तक हालात पूरी तरह से सरकार के कब्जे में नहीं है. इस बीच आज विपक्षी दलों का गठबंधन 'INDIA' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस) के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर का दौरा करने निकले हैं.
ये सभी सांसद 29 और 30 जुलाई तक मणिपुर के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों और राहत शिविरों का दौरा कर जमीनी स्थिति का जायजा लेंगे. राज्य में 3 महीनों से जारी हिंसा और यहां के लोगों की समस्याओं के समाधान को लेकर सरकार और संसद को अपनी राय देंगे. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने I.N.D.I.A को मीडिया के द्वारा विपक्षी पार्टी को जानकारी देते हुए कहा कि साल 1997 में मणिपुर में 700 से अधिक लोगों की हत्या हुई थी. आज देश के अलग-अलग राज्यों में इस तरह की घटनाएं हो रही है लेकिन विपक्ष को सिर्फ मणिपुर याद आ रहा है क्यों ?
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