Delhi Latest News: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा एक्स पर एक पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलने के बाद चांदनी चौक से बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल उन पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी के बारे में जो कहा उसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है. पूरा देश अब कांग्रेस पार्टी के चरित्र को समझ चुका है.
दिल्ली बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, "कांग्रेस ने हमेशा वादे किए हैं, लेकिन उनका हर वादा सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहा."
प्रवीण खंडेलवाल ने ये भी कहा, "पीएम मोदी ने 2014 में जब सत्ता संभाली तो उन्होंने इन 10 सालों में देश की छवि बदल दी. मल्लिकार्जुन खड़गे का यह दावा कि पीएम मोदी वादे पूरे नहीं करते, सरासर झूठ है."
मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा था?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए एक्स पोस्ट पर कहा था कि मोदी सरकार की पहचान 'झूठ, धोखा, लूट और प्रचार' है. उन्होंने पीएम के 100 दिनों की योजना को एक सस्ता पीआर स्टंट करार दिया. साथ ही ये भी कहा था कि सरकार ने जो वादे किए थे, वे सभी खोखले साबित हुए हैं.
उन्होंने विकास और ढांचागत विकास, बेरोजगारी विकास और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर सवाल, सामाजिक भेदभाव, असमानता में बढ़ोतरी और गरीबों और दलितों को न्याय न मिलने का आरोप लगाया.
मल्लिकार्जुन खरगे ने 31 अक्टूबर को भी बीजेपी पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पीएम जालसाजी का सहारा लेकर चुनाव जीत रहे हैं. कर्नाटक में मुफ्त बस योजना पर समीक्षा की बातों पर खरगे ने नाराजगी जताई और कहा, 'उतना ही वादा कीजिए, जितनी पूरी हो जाए.'
अब खरगे के इसी बयान को बीजेपी ने हाथों-हाथ लपक लिया है. बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि खरगे साहब को ज्ञान समझ में आ गया है. उन्होंने बहुत कुछ स्वीकार किया है. अब मन में सवाल आया है कि इसका पहला पाठ उन्होंने अपने नेता राहुल गांधी को पढ़ाया कि नहीं, गभीर सवाल उठ रहे हैं.
पीएम का पलटवार
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के "वित्तीय रूप से संभव" वाले बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (1 नवंबर) को कांग्रेस पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस बुरी तरह से बेनकाब हो चुकी है.
पीम ने एक्स पर लिखा, "कांग्रेस पार्टी को यह एहसास हो रहा है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना मुश्किल या असंभव है. वे लगातार प्रचार अभियान चलाकर लोगों से वादे करते रहते हैं, लेकिन उन्हें पता है कि वे कभी उन्हें पूरा नहीं कर पाएंगे. अब, वे लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो चुके हैं!"
Delhi News: छठ पूजा पर 7 नवंबर को दिल्ली में रहेगी छुट्टी? LG ने उठाया ये कदम