BJP VS AAP: दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (BJP ) के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर (Praveen Kapoor) ने आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि हम लगातार कहते रहे हैं कि आम आदमी पार्टी झूठ की मशीन है. एमसीडी में बजट पास कराने को लेकर आप प्रवक्ता का बयान उसी का जीता जागता सबूत है. एमसीडी के अधिकारी कह रहे हैं, कोई बजट पास नहीं हुआ, लेकिन आप नेता मीडिया को बता रहे हैं कि एमसीडी अधिकारियों ने गुपचुप तरीके से बजट पास करा लिया. यह लोगों को गुमराह करने के सिवाय और कुछ नहीं है. 


दरअसल, शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से निगम महापौर चुनाव सम्बंधी याचिका वापस लेने के तत्काल बाद दिल्ली नगर निगम के बजट के मुद्दे पर "आप" नेताओं की ब्यानबाजी सरासर झूठ का पुलिंदा है. आप नेताओं के बयान से एक बार फिर साबित हो गया है कि वो लोग केवल झूठ पर आधारित राजनीति करते हैं.


बदनामी से बचने के लिए लगा रहे ये आरोप


बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण कपूर ने कहा कि आप नेता सौरभ भारद्वाज एवं दिलीप पांडे ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान चुनी हुई सरकार की अवेहलना कर दिल्ली नगर निगम बजट पास किए जाने का आरोप अधिकारियों पर लगाया था. जबकि दिल्ली नगर निगम अधिकारियों के अनुसार बजट को ना तो अभी तक स्वीकृत किया गया है और ना ही उन्हें स्वीकृत करने की जल्दी है. बीजेपी प्रवक्ता का कहना है कि सच ये है कि आप की ओर से एमसीडी मेयर प्रत्याशी शैली ओबेरॉय द्वारा सुप्रीम कोर्ट से याचिका वापस लेने के बाद आप नेताओं को सार्वजनिक शर्मिंदगी उठानी पड़ी है. इस मामले से दिल्ली वालों का ध्यान भटकाने के लिए उन्होंने एमसीडी बजट स्वीकृति को लेकर झूठी ब्यानबाजी शुरू कर दी है. आप नेताओं की इस हरकत से साफ है कि वो लोग 6 फरवरी की प्रस्तावित निगम बैठक में भी महापौर चुनाव नहीं होने देंगे. 


बजट बाबू पास कराएंगे तो चुनाव भी वही लड़ लें 


दरअसल, शुक्रवार यानी तीन फरवरी को आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने आरोप लगाया था कि दिल्ली नगर निगम (Delhi MCD Mayor Election) में चुनी हुई सरकार को ही अखबार से पता चल रहा है कि इन्होंने चोरी छिपे एमसीडी का बजट पास कर दिया. पार्षदों को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई. कितनी शर्म की बात है. ये एलजी साहब के अंडर अफसरों का स्तर है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने दिल्लीवालों की पीठ पर छूरा घोंपा है. चुनी हुई सरकार का काम बजट बनाकर अपनी गारंटी को पूरा करना है. पहले बीजेपी ने चुनी हुई सरकार बनने नहीं दी. अब केंद्र सरकार ने धोखाधड़ी कर अपने अफसरों से एमसीडी का बजट पास करवा दिया. बजट बाबू पास करेंगे तो चुनाव भी लड़ लें. हमें सरकार बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा. प्रजातंत्र का ऐसा हाल हो गया है. यह एक खतरनाक ट्रेंड है. 


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