Delhi News: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को गिरफ्तारी के मामले में हाई कोर्ट (Delhi High Court) ने राहत देने से इनकार कर दिया है. सीएम ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में हुई गिरफ्तारी को चुनौती दी थी. हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ अब अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकते हैं. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. केजरीवाल की याचिका पर हाई कोर्ट का फैसला आने पर बीजेपी की प्रतिक्रिया आई है.


वहीं मुख्यमंत्री को हाई कोर्ट से झटका लगने के बाद बीजेपी ने निशाना साधा है. बीजेपी के नेता मनोज तिवारी ने कहा, ''मुजरिम मुजरिम होता है!!! देश में सभी को भारत के क़ानून का पालन करना ही होगा. आज माननीय कोर्ट के आदेश ने AAP के गैंग लीडर को आईना दिखा दिया, ED द्वारा एकत्र किए गए सबूतों से पता चलता है कि किंगपिन अरविंद केजरीवाल ही है.'' 





केजरीवाल का टूटा अहंकार - सुधांशु त्रिवेदी
उधर, बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हाई कोर्ट के फैसले से केजरीवाल का अंहकार चूर-चूर हो गया है. त्रिवेदी ने कहा कि यह साफ हो गया कि विगत 30-35 वर्षों से जिन नेताओं का जेल के अंदर जाने और बाहर आने का क्रम बना हुआ था, केजरीवाल उनसे अलग नहीं हैं. पार्टियों का चेहरा और चरित्र पूरी तरह उजागर हो गया है. आज जो कुछ हुआ है इसने भारत की राजनीति में जन सामान्य और प्रबुद्ध नागरिकों को दिखाया है कि नई राजनीति के छलावरण की सच्चाई असल में क्या होती है.


क्या अब भी पद पर बने रहेंगे - सचदेवा
वहीं, दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी कहती रही कि केजरीवाल को फंसाया गया. लेकिन कोर्ट ने जो टिप्पणी की है वह केजरीवाल और आप के मुंह पर तमाचा है. इनके कारनामों ने दिल्ली को शर्मसार किया है.  वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा, '' क्या आपको अब भी कुर्सी पर बैठे रहने का नैतिक अधिकार है.''


ये भी पढ़ें- Delhi Lok Sabha Elections: 'अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी बीजेपी की साजिश', AAP नेता कुलदीप कुमार का दावा