Delhi News: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी में सेवाओं पर नियंत्रण से जुड़े केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) की रैली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कई कार्यकर्ता और समर्थक भी शामिल हुए, जो अध्यादेश से खुश नहीं हैं. हालांकि, बीजेपी ने दावा किया कि रैली में आप के समर्थक भी शामिल नहीं हुए.
चिलचिलाती गर्मी में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) अध्यादेश 2023 के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में रविवार को हुई ‘‘महा रैली’’ में हजारों लोग पहुंचे थे. सीएम केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘अध्यादेश के खिलाफ कल रामलीला मैदान की रैली में बीजेपी के भी कई लोग आए. बीजेपी वाले भी कह रहे हैं - (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी जी ने यह अध्यादेश लाकर सही नहीं किया.’’
इसके जवाब में बीजेपी की दिल्ली इकाई ने ट्वीट किया, ‘‘‘आप’ के लोग भी रैली में नहीं आए. कुर्सियां खाली थीं. 500 रुपये, आने के लिए किराये पर कार और भोजन देने के बावजूद आपकी धोखाधड़ी के बारे में सुनने के लिए कोई नहीं आया. जनता जानती है कि आपसे अधिक कपटी, बेशर्म और आडंबर वाला कोई नहीं हुआ.’’
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केंद्र ने 19 मई को दिल्ली में ग्रुप-ए के अधिकारियों के तबादले और पदस्थापना पर एक प्राधिकरण बनाने के लिए अध्यादेश जारी किया था, जिसे ‘आप’ नीत सरकार ने सेवाओं के नियंत्रण पर न्यायालय के फैसले के साथ धोखा बताया था. शीर्ष अदालत के 11 मई के फैसले से पहले दिल्ली सरकार में सभी अधिकारियों के स्थानांतरण और पदस्थापना मामले उपराज्यपाल के कार्यकारी नियंत्रण में थे.
अध्यादेश लाए जाने के बाद, केजरीवाल गैर-बीजेपी दलों के नेताओं से संपर्क कर इसके (अध्यादेश के) खिलाफ समर्थन जुटाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि इसकी जगह लेने के लिये संसद में केंद्र की ओर से लाया जाने वाला विधेयक पारित नहीं हो सके.